आपदा प्रबंधन के लिए कॉमन अलर्टिंग प्रोटोकॉल (CAP) आधारित एकीकृत सार्वजनिक चेतावनी प्रणाली पर कार्यशाला का आयोजन
- संचार मंत्रालय, भारत सरकार के दूरसंचार विभाग (डीओटी) का प्रमुख अनुसंधान एवं विकास केन्द्र,सी–डॉट (सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ टेलीमैटिक्स) और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) 31 अगस्त, 2022 को कॉमन अलर्टिंग प्रोटोकॉल (सीएपी) आधारित इंटीग्रेटेड अलर्ट सिस्टम पर केन्द्रित “सचेत” नाम से एक अखिल भारतीय कार्यशाला का संयुक्त रूप से आयोजन कर रहे हैं।
- कार्यशाला का उद्देश्य पूरे भारत में संबंधित विभागों और विभिन्न आपदा प्रबंधन एजेंसियों को उनके अंतर्निहित मुद्दों और चुनौतियों पर चर्चा करने के लिए एक मंच प्रदान करना है।
- एकीकृत सार्वजनिक चेतावनी प्रणाली–सचेत:
- एकीकृत सार्वजनिक चेतावनी प्रणाली-सचेत, आईटीयू के सामान्य चेतावनी प्रोटोकॉल (सीएपी) पर आधारित एक प्रारंभिक चेतावनी मंच है जिसे प्रभावी आपदा प्रबंधन के लिए सी–डॉट ने विकसित किया है।
- इस मंच का बाढ़, चक्रवात और कोविड महामारी जैसी आपात स्थितियों के दौरान सभी उपलब्ध मीडिया पर जनता को सलाह और अन्य उपयोगी जानकारी देने के लिए चेतावनी जारी करने, सलाह और अन्य उपयोगी जानकारी देने के लिए राष्ट्रीय और राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरणों द्वारा व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है।
- यह एसएमएस के माध्यम से स्थानीय भाषाओं में लोगों को चेतावनी का प्रसार करने के लिए एक मिला-जुला मंच प्रदान करता है।
- यह प्रणाली 34 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों में पहले से ही चालू है।
Note: यह सूचना प्री में एवं मेंस के GS -3, के “आपदा और आपदा प्रबंधन” वाले पाठ्यक्रम से जुड़ा हुआ है।