इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण के लिए पीएलआई योजना हेतु अधिकार प्राप्त समिति ने फॉक्सकॉन इंडिया और पैडेट इलेक्ट्रॉनिक्स के लिए प्रोत्साहन को स्वीकृति दी
- प्रधानमंत्री की अवधारणा के अनुरूप PLI योजनाओं को 14 क्षेत्रों की शक्ति, उनकी उत्पादन क्षमताओं और वैश्विक चैंपियन बनने के अभियान के आधार पर तैयार किया गया हैं।
- 21 दिसंबर को एक अन्य महत्वपूर्ण पहल के तहत, नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी की अध्यक्षता वाली अधिकार प्राप्त समिति ने व्यापक स्तर पर इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण (LSEM) क्षेत्र के उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना के अंतर्गत मोबाइल निर्माण के लिए दो कंपनियों (एक घरेलू कंपनी और दूसरी वैश्विक कंपनी) के लिए प्रोत्साहन को स्वीकृति दे दी है।
- मैसर्स फॉक्सकॉन होन हाई टेक्नोलॉजी इंडिया मेगा डेवलपमेंट प्राइवेट लिमिटेड पहली वैश्विक कंपनी है जिसे लक्षित खंड ‘मोबाइल फोन‘ (श्रेणी: इनवॉइस मूल्य 15,000 रुपये और उससे अधिक) के तहत 01 अगस्त 2021 से 31 मार्च 2022 की अवधि के लिए अपने वृद्धिशील निवेश और बिक्री के आंकड़े के आधार पर प्रोत्साहन प्राप्त करने के लिए अनुमोदित किया गया था। इसकी स्वीकृत प्रोत्साहन राशि 357.17 करोड़ रुपये है।
- फॉक्सकॉन इंडिया एक ताइवानी बहुराष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स अनुबंध निर्माता कंपनी है जिसका मुख्यालय तुचेंग, न्यू ताइपेई शहर में है।
- मैसर्स पैडेट इलेक्ट्रॉनिक्स प्राइवेट लिमिटेड, एक घरेलू कंपनी है, जिसे लक्षित खंड ‘मोबाइल फोन’ (श्रेणी-घरेलू कंपनियां) के तहत अपने वृद्धिशील निवेश और बिक्री के आंकड़ों के आधार पर जनवरी से मार्च 2022 तिमाही के लिए मोबाइल निर्माण के तहत प्रोत्साहन प्राप्त करने के लिए अधिकार प्राप्त समिति द्वारा अनुमोदित किया गया। इसकी स्वीकृत प्रोत्साहन राशि 58.29 करोड़ रुपये है।
- सितंबर 2022 तक, एलएसईएम के लिए पीएलआई योजना ने 4,784 करोड़ रुपये का निवेश हासिल किया है, और 80,769 करोड़ रुपये के निर्यात सहित कुल 2,03,952 करोड़ रुपये का उत्पादन हुआ है। इस योजना से 40,916 लोगों को रोजगार भी मिला है।
- इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण के 2025-26 तक बढ़कर 300 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है।
- सरकार की पहल और उद्योग के प्रयासों के परिणामस्वरूप, भारत ने पिछले पांच वर्षों में इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण के क्षेत्र में तेजी से प्रगति की है। मोबाइल फोन का उत्पादन 2014-15 में लगभग 6 करोड़ से बढ़कर 2021-22 में लगभग 31 करोड़ हो गया है। मोबाइल फोन के निर्यात में भी तीव्र वृद्धि दर्ज की गई है।
- भारत ने वित्त वर्ष 2021-22 में 45,000 करोड़ रुपये के मोबाइल फोन का निर्यात किया और चालू वर्ष के दौरान नवंबर 2022 तक, मोबाइल फोन का निर्यात पहले ही 40,000 करोड़ रुपये को पार कर चुका है, जो पिछले वर्ष की समान अवधि के दौरान किए गए निर्यात के दोगुने से भी अधिक है।