‘कर्ज में फंसाने वाली परियोजना’ के रूप में बदनाम BRI पर चीन की सफाई
- विश्व भर में अपने बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव के कर्ज जाल के रूप में बदनाम हो जाने से चीन के कम्युनिस्ट शासक गहरे आहत हैं।
- पहली बार चीन सरकार ने अपनी इस पहल के लिए बचाव का रुख अपनाया है और इसकी व्याख्या की है।
- कम्युनिस्ट सरकार ने कहा है, ‘यह हर किसी के एकजुट होकर प्रगित करने वाला चमकदार पथ है। यह किसी एक पक्ष का निजी मार्ग नहीं है’।
BRI की आलोचना:
- उल्लेखनीय है कि चीन के प्रोजेक्ट को लेकर कई देशों में चिंता भी देखी जा रही है। कुछ देश कर्ज के बोझ से परेशान हैं तो कुछ चीन के बढ़ते प्रभाव से।
- कई जगहों पर इस तरह के आरोप भी लग रहे हैं कि बेल्ट एंड रोड पर एक ‘कर्ज का जाल‘ है जिसे लोकल इन्फ्रास्ट्रक्चर पर कब्जा करने के लिए बनाया गया है।
- विश्लेषकों का कहना है कि संभवतः घरेलू आर्थिक चुनौतियों और दुनियाभर में बदल रहीं वित्तीय परिस्थितियों के चलते चीन के ऋणदाता और पॉलिसी मेकर्स इसमें पैसा लगाने से कतरा रहे हैं।
बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI) परियोजना क्या है?
- बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI) परियोजना के माध्यम से चीन प्राचीन सिल्क मार्ग को पुनः विकसित कर रहा है।
- इस महत्वपूर्ण परियोजना के जरिए चीन सड़कों, रेल, बंदरगाह, पाइपलाइनों और अन्य बुनियादी सुविधाओं के माध्यम से मध्य एशिया से लेकर यूरोप और फिर अफ्रीका तक स्थलीय व समुद्री मार्ग तैयार कर रहा है।
- उद्देश्य: दक्षिण पूर्व एशिया, मध्य एशिया, गल्फ कंट्रीज़, अफ्रीका और यूरोप के देशों को सड़क और समुद्री रास्ते से जोड़ना है।
- शुरुआत: वन बेल्ट, वन रोड परियोजना के रूप में इसकी शुरुआत वर्ष 2013 में की थी।
- यह परियोजना चीन की विदेश नीति का एक हिस्सा है। यह शी जिनपिंग की “मेजर कंट्री डिप्लोमेसी” रणनीति का एक केंद्रीय घटक है, जो चीन को अपनी बढ़ती शक्ति और स्थिति के अनुसार वैश्विक मामलों में एक बड़ी नेतृत्व भूमिका निभाने के लिए कहता है।
Note: यह सूचना प्री में एवं मेंस के GS -2, के “द्विपक्षीय और भारत से जुड़े भारत के हितों को प्रभावित करने वाले समझौते” वाले पाठ्यक्रम से जुड़ा हुआ है।