काजीरंगा वन्यजीव पुनर्वास केंद्र ने पूरे किए 20 साल
- 28 अगस्त 2002 को काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान और टाइगर रिजर्व के पास पनवाड़ी (Panbari), असम में स्थापित CWRC ने 28 अगस्त 2022 को 20 साल पूरे किए।
- गैंडा या हाथी जैसे जंगली जानवर के बच्चे लगभग हर साल बाढ़ के कारण अनाथ हो जाते हैं या असम में मानव-पशु संघर्ष की बढ़ती समस्या वर्षों से चिंता का विषय बन गई है।
- काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान के पास स्थित इस पुनर्वास केंद्र ने 20 साल पहले अपनी स्थापना के बाद से संकट में 7,000 से अधिक ऐसे वन्यजीवों को सहायता प्रदान की है।
- सेंटर फॉर वाइल्डलाइफ रिहैबिलिटेशन एंड कंजर्वेशन (CWRC), असम वन विभाग, वाइल्डलाइफ ट्रस्ट ऑफ इंडिया (WTI) और इंटरनेशनल फंड फॉर एनिमल वेलफेयर (IFAW) की एक संयुक्त पहल ने भी सफलतापूर्वक 4,490 जानवरों को जंगल में वापस स्थापित किया है, जो विशेषज्ञों के लिए, वन्यजीव प्रबंधन में सबसे चुनौतीपूर्ण काम है।
Note: यह सूचना प्री के ‘पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी’ से जुड़ा हुआ है।