न्यायमूर्ति डी.वाई. चंद्रचूड़ को राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (NALSA) का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया गया
- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने न्यायमूर्ति डी.वाई. चंद्रचूड़ को 2 सितंबर को राष्ट्रीय कानूनी सेवा प्राधिकरण (NALSA) के कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया।
- जस्टिस चंद्रचूड़ ने उस पद को संभाला जो जस्टिस यू.यू. ललित को भारत के 49वें मुख्य न्यायाधीश (CJI) के रूप में पदोन्नत किए जाने के उपरांत रिक्त था।
- परंपरा के अनुसार, इस पद पर सुप्रीम कोर्ट के दूसरे सबसे सीनियर जज नियुक्त होते हैं।
- सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत होने से पहले, न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश और उससे पहले बॉम्बे उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में कार्य किया, और उनके 50वें मुख्य न्यायाधीश (CJI) बनाने की भी बात है।
राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (NALSA):
- NALSA का गठन समाज के कमजोर वर्गों को मुफ्त कानूनी सेवाएं प्रदान करने के लिए कानूनी सेवा प्राधिकरण अधिनियम, 1987 के तहत किया गया है।
- CJI संरक्षक–इन–चीफ होते है, भारत के सर्वोच्च न्यायालय के दूसरे वरिष्ठतम न्यायाधीश प्राधिकरण के कार्यकारी अध्यक्ष हैं।
Note: यह सूचना प्री में एवं मेंस के GS -2, के “कमजोर वर्गों की सुरक्षा और बेहतरी के लिए गठित तंत्र, कानून, संस्थान और निकाय” वाले पाठ्यक्रम से जुड़ा हुआ है।