भारत को 2047 तक विकसित बनाने की कवायद शुरू
- वाणिज्य व उद्योग मंत्रालय ने 2030 तक निर्यात को दो लाख करोड़ डॉलर तक ले जाने का लक्ष्य रखा है।
- इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए मंत्रालय के स्वरूप में बदलाव के साथ पूरी कार्यशैली को बदला गया है।
- निजी सेक्टर के अनुभवी लोग बतौर अधिकारी मंत्रालय में काम करेंगे।
- देश के 100 भारतीय ब्रांड को ग्लोबल चैंपियन बनाया जाएगा और देश भर में इकोनॉमिक जोन स्थापित किए जाएंगे।
निर्यात पर करना होगा फोकस:
- वाणिज्य व उद्योग मंत्री पीयूष गोयल के अनुसार वर्ष 2047 तक देश को विकसित बनाने के लिए निर्यात पर फोकस करना होगा और इसी दिशा में यह बदलाव किए गए हैं।
- उन्होंने बताया कि अभी हमारा वस्तु व सेवा निर्यात 675 अरब डालर का है जिसे 2030 तक दो लाख करोड़ ( दो ट्रिलियन) डालर तक ले जाना है। इसके साथ ही हमारा आयात भी बढ़ेगा।
- इसकी बदौलत भारत 2030 तक विश्व व्यापार में योगदान देने वाले पहले तीन–चार देशों में शामिल हो जाएगा।
- 15 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने संबोधन में थ्री–टी ट्रेड, टेक्नोलाजी और टूरिज्म पर फोकस करने के लिए कहा था।
- अब अधिकारी निर्यातकों को यह बताने का काम भी करेंगे कि उनके उत्पादों को किन-किन देशों में बेचा जा सकता है।
- व्यापार के सभी सेक्टर का समान तरीके से विकास किया जाएगा।
- कृषि निर्यात के विकास के लिए अलग से विशेष प्रयास किए जाएंगे।
- वस्तुओं की गुणवत्ता के साथ बड़े पैमाने पर उत्पादन पर भी जोर दिया जाएगा।
- 2 ट्रिलियन डालर निर्यात के लक्ष्य को हासिल करने के लिए विकसित देशों के साथ मुक्त व्यापार समझौते किए जा रहे हैं।
- निर्यात बढ़ाने के लिए राज्यों की भागीदारी बढ़ाने का काम भी किया जा रहा है।