भारत–फ्रांस के बीच संपन्न हुई रणनीतिक वार्ता
- भारत और फ्रांस के बीच हिंद प्रशांत क्षेत्र में अपनी नौसेनाओं के बीच और गहरे संपर्क की सहमति बनती नजर आ रही है। 5 जनवरी को भारत फ्रांस रणनीतिक वार्ता में यह मुद्दा काफी प्राथमिकता से उठा है। वार्ता में भारतीय पक्ष की अगुवाई एनएसए अजीत डोभाल और फ्रांस के राष्ट्रपति एमानुएल मैक्रों के कूटनीतिक सलाहकार इमैनुएल बोन ने की। इमैनुएल बोन जी-20 बैठक के लिए भी फ्रांस के शेरपा हैं।
- दोनों तरफ से बताया गया है कि रणनीतिक वार्ता में द्विपक्षीय मुद्दों के साथ ही बहुपक्षीय मुद्दों और रक्षा सहयोग से जुड़े अहम मुद्दों पर बात हुई है।
- मालूम हो कि आधिकारिक तौर पर इस वार्ता की कोई जानकारी तो नहीं दी गई है लेकिन माना जा रहा है कि युद्धक विमान राफेल को लेकर भी बातचीत हुई है।
- फ्रांस की तरफ से बताया गया है कि रणनीतिक स्वायतता को बरकरार रखते हुए दोनो देशों के बीच यह सहमति बनी है कि द्विपक्षीय रक्षा व सुरक्षा सहयोग को और प्रगाढ़ बनाया जाना चाहिए। यह इस वर्ष फ्रांस की तरफ से भारत की पहली उच्चस्तरीय दौरा है।
- बोन ने बाद में पीएम नरेन्द्र मोदी से भी मुलाकात की है। उन्होंने पीएम मोदी को राष्ट्रपति मैक्रा का संदेश भी दिया है। उन्होंने पीएम को बताया है कि फ्रांस संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत को स्थाई सदस्यता देने का पूरा समर्थन करता है।
- उल्लेखनीय है कि भारत और फ्रांस के बीच वर्ष 1998 में ही रणनीतिक साझेदारी की स्थापना हुई थी। उसके बाद जब परमाणु विस्फोट करने की वजह से अमेरिका समेत तमाम बड़े देशों ने भारत पर प्रतिबंध लागू किये थे तब भी फ्रांस के साथ रिश्ते लगातार मजबूत होते गये हैं।
- सूत्रों ने बताया है कि भारत और फ्रांस की रणनीतिक वार्ता में जिन मुद्दों पर बात हो रही है उसमें संयुक्त तौर पर जेट इंजन तैयार करना भी है। फ्रांस की कंपनी साफ्रा भारत की तरफ से तैयार होने वाले भविष्य के युद्धक विमान के लिए इंजन बनाने की रूचि दिखाई थी।
- उल्लेखनीय है कि फ्रांस ने हाल ही में हिंद प्रशांत क्षेत्र के लिए अपनी रणनीति की घोषणा की है। इसमें उसने भारत को संभावी एक अहम साझेदार के तौर पर चिन्हित किया है। सूत्रों के मुताबिक हिंद प्रशांत क्षेत्र में दोनों देश अपनी अपनी नौसेनाओं के बीच कई स्तर पर सहयोग की रणनीति पर काम कर रहे हैं।