भारत में चमड़ा उद्योग का विकास में भूमिका
- उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद – केंद्रीय चमड़ा अनुसंधान संस्थान के वरिष्ठ वैज्ञानिकों एवं अन्य व्यक्तियों को संबोधित करते हुए डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि “भारत में चमड़ा उद्योग ने उच्च निर्यात आय में निरंतरता प्रदर्शित की है और यह देश के लिए शीर्ष दस विदेशी मुद्रा अर्जित करने वाले क्षेत्रों में से एक है”।
- उल्लेखनीय है कि भारत जूतों का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक, चमड़े के वस्त्रों का दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक, चमड़े से बने सामानों का पांचवां सबसे बड़ा निर्यातक और घोड़े की काठी के साजसामान (सैडलरी) तथा घोड़ों का अन्य साजसामान (हार्नेस आइटम्स) का तीसरा सबसे बड़ा निर्यातक है।
- वैश्विक चमड़े के सामान के बाजार का आकार 2022 में 424 अरब डॉलर माना गया है और इसके 2030 तक 744 अरब डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है I
Note: यह सूचना प्री में एवं मेंस के GS -3, के “अर्थव्यवस्था के विकास और रोजगार से संबंधित मुद्दे” वाले पाठ्यक्रम से जुड़ा हुआ है।