विदेश मंत्री एस जयशंकर का UAE दौरा
- संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के साथ अपने रणनीतिक रिश्ते को मजबूत करने के उद्देश्य से विदेश मंत्री एस जयशंकर 31 अगस्त को अबुधाबी पहुंचे।
- भारत और यूएई एक दूसरे के रिश्तों को कितना महत्व दे रहे हैं, इसे इस बात से समझा जा सकता है कि पहली बार दोनों देशों के बीच गठित संयुक्त आयोग और रणनीतिक वार्ता एक साथ होगी।
- विदेश मंत्रालय की तरफ से बताया गया है कि दोनों देशों के विदेश मंत्रियों की अगुवाई में होने वाली आगामी बैठकों में खाद्य सुरक्षा, निवेश, रक्षा व अंतरिक्ष, कारोबार, स्वास्थ्य, ऊर्जा, शिक्षा, कौशल विकास सहित अन्य मुद्दों पर बात होगी।
- भारत के लिए के लिए यूएई की अहमियत: विदेश मंत्री की यह यात्रा निम्नलिखित तीन वजहों से महत्वपूर्ण है:
- दोनों देशों के बीच मुक्त व्यापार समझौता होने के बाद पहली बार संयुक्त आयोग और समग्र रणनीतिक वार्ता होने जा रही है।
- दोनों देश अमेरिका और इजरायल के साथ आइ2यू2 गठबंधन बनाने के बाद पहली बार द्विपक्षीय रिश्तों की समीक्षा करेंगे।
- यूक्रेन-रूस युद्ध के बाद वैश्विक स्तर पर ऊर्जा बाजार की अनिश्चितता को देखते हुए भारत के लिए के लिए यूएई की अहमियत काफी बढ़ गई है। यूएई भारत को तेल आपूर्ति करने वाले प्रमुख देशों में शामिल है। हाल के महीनों में इराक भारत के लिए एक बड़ा तेल आपूर्तिकर्ता देश रहा है, लेकिन वहां की आंतरिक स्थिति काफी खराब हो रही है। इसका असर तेल आपूर्ति पर पड़ने की बात कही जा रही है। ऐसे में भारत यूएई से और ज्यादा तेल खरीद सकता है। दूसरी तरफ, यूरोपीय देश भी यूएई से ज्यादा तेल खरीदने वाले हैं।
- भारत यूएई के लिए खाद्य आपूर्ति करने वाला एक प्रमुख देश:
- खाद्य सुरक्षा एक दूसरा मुद्दा है जो काफी महत्वपूर्ण होगा।
- भारत यूएई के लिए खाद्य आपूर्ति करने वाला एक प्रमुख देश है।
- आइ2यू2 की शिखर बैठक के बाद जारी घोषणा पत्र में भी इस बात का जिक्र है कि भारत में खाद्यान्न उत्पादन बढ़ाने के लिए अमेरिका, इजरायल व यूएई सहयोग करेंगे।
- यूक्रेन युद्ध के बाद दुनिया में खाद्यान्न संकट बढ़ने की आशंका से यूएई भी काफी चिंतित है और वह भारत से इस बारे में कई बार आग्रह कर चुका है।
- दोनों देशों के बीच एक दूसरा बड़ा मुद्दा रक्षा सहयोग का होगा। रणनीतिक संबंध बनाने के बाद से ही दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग के विभिन्न आयामों पर वार्ता हो रही है।
I2U2: I2U2 का अर्थ I2 भारत और इज़राइल के लिए है, जबकि U2 यूएसए और यूएई के लिए है। I2U2 चार देशों का एक समूह है जो भारत, इज़राइल, यूएसए और यूएई है। एक नया वैश्विक मानक बनाने के लिए ये चार राष्ट्र खाद्य सुरक्षा और रक्षा पर ध्यान केंद्रित करेंगे।
Note: यह सूचना प्री में एवं मेंस के GS-2, के “द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक समूह और भारत से जुड़े और/या भारत के हितों को प्रभावित करने वाले समझौते।” वाले पाठ्यक्रम से जुड़ा हुआ है।