श्रम और रोजगार मंत्रालय ने राशन कार्ड डेटा के साथ ई-श्रम लाभार्थियों के डेटा का मिलान शुरू किया

श्रम और रोजगार मंत्रालय ने राशन कार्ड डेटा के साथ श्रम लाभार्थियों के डेटा का मिलान शुरू किया

श्रम पोर्टल क्या है?

  • श्रम पोर्टल को 26 अगस्त 2021 को श्रम और रोजगार मंत्रालय द्वारा लॉन्च किया गया था
  • इस पोर्टल के बारे में देश भर के असंगठित/प्रवासी कामगारों का रुख अभूतपूर्व एवं अत्यंत सकारात्मक रहा है और 24 फरवरी 2023 तक 28.60 करोड़ से भी अधिक कामगारों ने श्रम पोर्टल पर अपना पंजीकरण कराया है।

श्रम पोर्टल का उद्देश्य:

  • असंगठित/प्रवासी कामगारों का एक राष्ट्रीय डेटाबेस बनाना और उन्हें एक यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (यूएएन) प्रदान करना है।
  • असंगठित कामगारों, विशेष रूप से प्रवासी कामगारों को भी सामाजिक सुरक्षा और कल्याणकारी योजनाओं का लाभ प्रदान करना, एवं जागरूकता की कमी या किसी और वजह से केंद्र और/या राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के विभिन्न लाभों से वंचित कामगारों की पहचान करना है

राशन कार्ड और श्रम लाभार्थियों के डेटा का मिलान:

  • इस उद्देश्य से श्रम और रोजगार मंत्रालय ने खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण विभाग (डीएफपीडी) के पास उपलब्ध राशन कार्ड (राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम, एनएफएसए) डेटा के साथ श्रम लाभार्थियों के डेटा का मिलान शुरू किया
  • इन दोनों डेटा सेटों का मिलान करने पर यह पाया गया है कि कुल 28.60 करोड़ श्रम पंजीकृत व्‍यक्तियों में से लगभग 20.63 करोड़ श्रम पंजीकृत व्‍यक्ति डीएफपीडी के एनएफएसए डेटाबेस में भी पंजीकृत हैं, जबकि लगभग 7.96 करोड़ श्रम पंजीकृत व्‍यक्तियों को एनएफएसए डेटाबेस में पंजीकृत होना अभी बाकी है।
  • श्रम और रोजगार मंत्रालय उन सभी श्रम पंजीकृत असंगठित/प्रवासी कामगारों का विवरण डीएफपीडी को दे रहा है जो अभी तक एनएफएसए में पंजीकृत नहीं हैं, ताकि इन श्रम पंजीकृत व्‍यक्तियों को भी उनकी पात्रता के अनुसार डीएफपीडी के डेटाबेस में शामिल किया जा सके।
  • इस पहल के तहत यह सुनिश्चित किया जाएगा कि श्रम पर पंजीकृत सभी पात्र कामगारों को NFSA के तहत राशन कार्ड के लाभ उपलब्ध कराए जाएं।
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