DPSU द्वारा आयात को कम करने के लिए तीसरी सकारात्मक स्वदेशीकरण सूची को मंजूरी दी गयी
- रक्षा निर्माण में आत्मनिर्भरता की निरंतर खोज में और ‘आत्मनिर्भर भारत अभियान‘ के तहत रक्षा सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (डीपीएसयू) द्वारा आयात को कम करने के लिए, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण 780 लाइन रिप्लेसमेंट (पीआईएल) की तीसरी सकारात्मक ‘स्वदेशीकरण सूची’ को मंजूरी दे दी है।
- यह सूची एलआरयू, सब-सिस्टम, असेंबली, सब-असेंबली और घटकों के दो जनहित रक्षा क्षेत्र के मांग के क्रम में है जो दिसंबर 2021 और मार्च 2022 में प्रकाशित हुए थे।
- मंत्रालय ने आगे कहा कि इन वस्तुओं का स्वदेशीकरण ‘मेक‘ श्रेणी के तहत विभिन्न मार्गों से किया जाएगा।
लाभ:
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- ये स्वदेशी एलआरयू डीपीएसयू की आयात निर्भरता को कम करेंगे और अर्थव्यवस्था को मजबूत करेंगे।
- यह भारतीय उद्योगों को प्रमुख रक्षा प्लेटफार्मों के निर्माण की आपूर्ति श्रृंखला में प्रवेश करने की अनुमति देगा।
- इसके अलावा, यह घरेलू रक्षा उद्योग की डिजाइन क्षमताओं का उपयोग करने में मदद करेगा और इन प्रौद्योगिकियों में भारत को एक डिजाइन लीडर के रूप में स्थापित करेगा।
Note: यह सूचना प्री में एवं मेंस के GS -3, के “रक्षा प्रौद्योगिकी एवं प्रौद्योगिकी का स्वदेशीकरण” वाले पाठ्यक्रम से जुड़ा हुआ है।