इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा विशेषज्ञों की एक सलाहकार समिति का गठन किया गया है। सेमीकंडक्टर्स के निर्माण, नवाचार और डिजाइन में भारत को वैश्विक नेता बनाने की सरकार की योजनाओं को आगे बढ़ाने के लिए इस समिति का गठन किया गया है।
मुख्य बिंदु
- विशेषज्ञों के नवगठित सलाहकार समूह में स्थापित शिक्षाविद, वरिष्ठ सरकारी अधिकारी और साथ ही उद्योग विशेषज्ञ शामिल हैं।
- 15 दिसम्बर, 2021 को सरकार द्वारा 76,000 करोड़ रुपये के वित्तीय परिव्यय के साथ सेमीकॉन इंडिया कार्यक्रम को मंजूरी दी गई थी।
सेमीकॉन इंडिया कार्यक्रम (Semicon India Programme)
सेमीकॉन इंडिया कार्यक्रम को अगले छह वर्षों की समयावधि में सेमीकंडक्टर के विकास और विनिर्माण पारिस्थितिकी तंत्र को प्रदर्शित करने के लिए अनुमोदित किया गया था।
भारत सेमीकंडक्टर मिशन (India Semiconductor Mission)
डिजिटल इंडिया कॉरपोरेशन के भीतर, डिस्प्ले इकोसिस्टम और सेमीकंडक्टर्स के विकास के लिए देश की रणनीतियों को बढ़ाने के लिए एक समर्पित भारत सेमीकंडक्टर मिशन (India Semiconductor Mission) की स्थापना की गई है। इस योजना का उद्देश्य भारत को एक वैश्विक इलेक्ट्रॉनिक्स हब बनाना है क्योंकि माइक्रोचिप्स की कमी IT उद्योग में उत्पादन प्रभावित हो रहा है।
सेमीकंडक्टर चिप्स का महत्व
घरेलू उपकरणों, इलेक्ट्रॉनिक्स, चिकित्सा उपकरण और ऑटोमोटिव के निर्माण के लिए सेमीकंडक्टर चिप्स की आवश्यकता होती है।
समिति के प्रमुख
सलाहकार समिति की अध्यक्षता इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव करेंगे। इस समिति के संयोजक इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी सचिव अजय प्रकाश साहनी होंगे।
अर्द्धचालक के बारे में:
- अर्द्धचालक एक ऐसी सामग्री है जिसमें सुचालक (आमतौर पर धातु) और कुचालक या ऊष्मारोधी (जैसे- अधिकांश सिरेमिक) के बीच चालन की क्षमता होती है। अर्द्धचालक शुद्ध तत्त्व हो सकते हैं, जैसे- सिलिकॉन या जर्मेनियम, या यौगिक जैसे गैलियम आर्सेनाइड या कैडमियम सेलेनाइड।
- चालकता उस आदर्श स्थिति की माप है जिस पर विद्युत आवेश या ऊष्मा किसी सामग्री से होकर गुज़र सकती है।
- सेमीकंडक्टर चिप एक विद्युत परिपथ है, जिसमें कई घटक होते हैं जैसे कि- ट्रांज़िस्टर और अर्द्धचालक वेफर पर बनने वाली वायरिंग। इन घटकों में से कई से युक्त एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण को एकीकृत सर्किट (IC) कहा जाता है और इसे कंप्यूटर, स्मार्टफोन, उपकरण, गेमिंग हार्डवेयर और चिकित्सा उपकरण जैसे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में पाया जा सकता है। यह एक विद्युत परिपथ है जिसमें अर्धचालक वेफर पर बने ट्रांजिस्टर और वायरिंग जैसे कई घटक होते हैं। इन घटकों में से कई से युक्त एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण को एकीकृत सर्किट (आईसी) कहा जाता है और इसे कंप्यूटर, स्मार्टफोन, उपकरण, गेमिंग हार्डवेयर और चिकित्सा उपकरण जैसे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में पाया जा सकता है।
- इन उपकरणों को लगभग सभी उद्योगों में व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है, खासकर ऑटोमोबाइल उद्योग में।
- इलेक्ट्रॉनिक पुर्जे और कलपुर्जे आज एक नई आंतरिक दहन इंजन कार की लागत का 40% हिस्सा हैं, जो दो दशक पहले 20% से भी कम था।
- इस वृद्धि का एक बड़ा हिस्सा सेमीकंडक्टर चिप्स का है।
SOURCE-PIB
PAPER-G.S.3