हर साल, भारत में 21 अप्रैल को सिविल सेवा दिवस (Civil Service Day) मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य सिविल सेवकों के प्रयासों और कार्यों को प्रेरित करना है।
पुरस्कार
सिविल सेवा दिवस पर, भारत के विभिन्न अधिकारियों को लोक प्रशासन में उत्कृष्टता के लिए प्रधानमंत्री पुरस्कार (Prime Minister’s Awards for Excellence in Public Administration) प्रदान किये जाते हैं। यह पुरस्कार सिविल सेवकों के लिए प्रेरणा का काम करते हैं।
यह पुरस्कार तीन श्रेणियों में प्रस्तुत किए जाते हैं। श्रेणी 1 जिसमें पहाड़ी राज्य और उत्तर पूर्वी राज्य शामिल हैं। श्रेणी 2 में 7 केंद्र शासित प्रदेश शामिल हैं। श्रेणी 3 में बाकी 18 राज्य शामिल हैं।
21 अप्रैल ही क्यों?
हर साल 21 अप्रैल को सिविल सेवा दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन 1947 में, सरदार वल्लभ भाई पटेल (Sardar Vallabhai Patel) ने प्रशासनिक सेवाओं के पहले बैच के परिवीक्षकों को संबोधित किया था। हालाँकि, 2006 में पहली बार यह दिवस मनाया गया था।
महत्व
सरदार वल्लभभाई पटेल के अनुसार, सिविल सेवक भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं। वे लोक प्रशासन के सुचारू संचालन के लिए अथक प्रयास करते हैं। उनकी ज़िम्मेदारी सत्ताधारी पार्टी की नीतियों को क्रियान्वित करने की ओर है।
SOURCE-GK TODAY
PAPER-G.S.1PRE