यूक्रेन में शांति की गारंटी के लिए ‘इच्छुक लोगों का गठबंधन’:
चर्चा में क्यों है?
- ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने और रूस से रक्षा करने के लिए यूक्रेन के साथ काम करने के लिए ‘चार सूत्री’ योजना की घोषणा की है। प्रधानमंत्री स्टार्मर ने कहा कि ब्रिटेन, फ्रांस और अन्य देश “इच्छुक लोगों के गठबंधन” में अपने प्रयासों को आगे बढ़ाएंगे और यूक्रेन के लिए अपने समर्थन में अमेरिका को शामिल करने का प्रयास करेंगे।
- प्रधानमंत्री स्टार्मर ने 18 नेताओं के शिखर सम्मेलन के बाद कहा कि “आज हम इतिहास के एक चौराहे पर हैं”। इस शिखर सम्मेलन में ज्यादातर नेता यूरोप से थे और इसमें यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की भी शामिल थे।
- उल्लेखनीय है कि यह विकास व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति जेलेंस्की और राष्ट्रपति ट्रंप के बीच तीखी नोकझोंक के दो दिन बाद आया है।
यूक्रेन में शांति एवं युद्ध विराम की योजना:
- ब्रिटेन के प्रधानमंत्री स्टार्मर ने घोषणा की कि ब्रिटेन, फ्रांस और यूक्रेन ने युद्ध विराम योजना का मसौदा तैयार करने पर सहमति जताई है, जिसे संयुक्त राज्य अमेरिका के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा।
- इस शिखर सम्मेलन से पहले, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने एस्टोनिया, लातविया और लिथुआनिया के नेताओं को प्रमुख सहयोगियों के साथ अपनी हालिया वार्ता के बारे में जानकारी दी, जिसमें यूरोप के एकजुट रहने की आवश्यकता पर बल दिया गया।
- उल्लेखनीय है कि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने यूक्रेन में ऐसी स्थायी शांति सुनिश्चित करने पर अपना ध्यान केंद्रित किया, जो यूक्रेन की भविष्य की संप्रभुता सुनिश्चित करता हो।
यूक्रेन की सहायता के लिए ‘चार सूत्री’ योजना:
- लंदन शिखर सम्मेलन के तुरंत बाद एक संवाददाता सम्मेलन में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने कहा कि चार बिंदुओं पर सहमति बनी है:
- यूक्रेन में सैन्य सहायता जारी रखना, तथा रूस पर आर्थिक दबाव बढ़ाना;
- किसी भी स्थायी शांति के लिए यूक्रेन की संप्रभुता और सुरक्षा सुनिश्चित होनी चाहिए तथा यूक्रेन को किसी भी शांति वार्ता में उपस्थित होना चाहिए;
- शांति समझौते की स्थिति में, किसी भी भावी आक्रमण को रोकने के लिए यूक्रेन की रक्षात्मक क्षमताओं को बढ़ाना; और
- यूक्रेन में किसी समझौते की रक्षा करने तथा उसके बाद शांति की गारंटी देने के लिए “इच्छुक लोगों का गठबंधन” विकसित करना।
यूक्रेन की सहायता के लिए ब्रिटेन दृढ़प्रतिज्ञ:
- ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने 5,000 से ज़्यादा वायु रक्षा मिसाइल खरीदने के लिए 2 अरब डॉलर का अतिरिक्त सहायता यूक्रेन को देने की भी घोषणा की। यह अक्टूबर 2024 में यूक्रेन को और ज्यादा सैन्य सहायता देने के लिए 2.93 अरब डॉलर के ऋण से अलग है, जिसे रूसी संपत्तियों को जब्त करने से होने वाले मुनाफे से दिया जाना है।
- ब्रिटेन “जमीन पर सैन्य बल और हवा में विमान” के माध्यम से भी यूक्रेन को समर्थन देने के अपनी प्रतिबद्धता पर डटा रहेगा।
विभिन्न यूरोपीय नेताओं का यूक्रेन युद्ध को लेकर चिंता:
- फ्रांस के राष्ट्रपति इमानुअल मैक्रों ने चेतावनी दी है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की महत्वाकांक्षाएं यूक्रेन से परे भी खतरा पैदा करती हैं। अगर रूस को नहीं रोका गया, तो वह निश्चित रूप से मोल्दोवा और शायद रोमानिया से भी आगे निकल जाएगा।
- इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने एकजुट पश्चिमी मोर्चे के आह्वान को दोहराया और कहा की “मुझे लगता है कि यह बहुत, बहुत महत्वपूर्ण है कि हम पश्चिम को विभाजित करने के जोखिम से बचें। पीएम मेलोनी, जिनके राष्ट्रपति ट्रंप के साथ घनिष्ठ संबंध है, यूक्रेन की एक मजबूत समर्थक हैं।
- पोलैंड के प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क ने यूरोप से अपनी सैन्य शक्ति को पहचानने का आग्रह किया। लंदन रवाना होने से पहले उन्होंने कहा कि यूरोप में 2.6 मिलियन पेशेवर सैनिक हैं – जो अमेरिका, चीन या रूस से भी ज़्यादा हैं।
यूक्रेन में शांति सैनिकों की तैनाती की चर्चा पर रूस की प्रतिक्रिया:
- रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने यूक्रेन में यूरोपीय शांति सैनिकों की तैनाती से जुड़ी बातचीत को खारिज करते हुए इसे रूस के खिलाफ और अधिक “उकसाने” वाला बताया। विदेश मंत्री लावरोव ने कहा कि “वे शांति सैनिकों की इकाइयों के रूप में अपनी ‘संगीनों’ के साथ (ज़ेलेंस्की) को सहारा देना चाहते हैं”।
- वहीं रूसी राष्ट्रपति के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने दावा किया कि अमेरिका और रूस विदेश नीति पर एकमत हैं।
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