Current Affairs – 25 November, 2021
“राष्ट्रीय दुग्ध दिवस”
भारत में साल 2014 से भारत के श्वेत क्रांति के जनक डॉ. वर्गीज कुरियन की जयंती (जिन्हें मिल्कमैन भी कहा जाता है) के जन्मदिन 26 नवंबर को राष्ट्रीय दुग्ध दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन को राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी), इंडियन डेयरी एसोसिएशन (आईडीए) सहित देश के सभी डेयरी मजरों द्वारा 22 राज्य स्तरीय दुग्ध संघों के साथ मिलकर घोषित किया गया था।
राष्ट्रीय दुग्ध दिवस के दिन का महत्व किसी व्यक्ति के जीवन में दूध के महत्व को बताना है। भारतीय डेयरी संघ (आईडीए) ने 2014 में पहली बार इस दिन को मनाने की पहल की थी। पहला राष्ट्रीय दुग्ध दिवस 26 नवंबर 2014 को मनाया गया जिसमें 22 राज्यों के विभिन्न दुग्ध उत्पादकों ने भाग लिया।
पशुपालन और डेयरी विभाग डॉ. वर्गीज कुरियन (मिल्क मैन ऑफ इंडिया) की जन्म शताब्दी के उपलक्ष्य में 26 नवंबर, 2021 को सुबह 10:00 बजे से दोपहर 2.00 बजे तक टी.के. पटेल सभागार, राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) परिसर, एनडीडीबी आनंद, गुजरात में “राष्ट्रीय दुग्ध दिवस” का आयोजन करेगा। विभाग इस कार्यक्रम को राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड और डॉ. कुरियन द्वारा स्थापित अन्य संस्थानों के साथ मिलकर आयोजित करेगा।
‘प्रतिष्ठित सप्ताह’- विभाग द्वारा ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ का सप्ताह भर चलने वाला आयोजन राष्ट्रीय दुग्ध दिवस समारोह के साथ समाप्त होगा।
समारोह के दौरान, केंद्रीय पशुपालन एवं डेयरी मंत्री श्री पुरुषोत्तम रूपाला देशी नस्लों की गाय/भैंसों को पालने वाले देश के सर्वश्रेष्ठ डेयरी किसान, सर्वश्रेष्ठ कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन और सर्वश्रेष्ठ डेयरी सहकारी समिति (डीसीएस)/दुग्ध उत्पादक कंपनी/डेयरी किसान उत्पादक संगठनों के विजेताओं को राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार प्रदान करेंगे।
SOURCE-PIB
PAPER-G.S.1 PRE
राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण-5
राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण-5 (NFHS-5) के निष्कर्ष 24 नवंबर, 2021 को जारी किए गए।
मुख्य बिंदु
- इस रिपोर्ट में पाया गया है कि, उत्तर प्रदेश में 30 से 49 वर्ष की आयु की केवल 5% महिलाओं ने जीवन में सर्वाइकल कैंसर के लिए स्क्रीनिंग टेस्ट कराया है।
- राज्य में कई स्वास्थ्य संकेतकों में सुधार हुआ है।
- महिलाओं के साथ कम घरेलू हिंसा की सूचना मिली।
- लिंगानुपात में भी सुधार हुआ है।
- परिवार नियोजन के तरीकों और संस्थागत प्रसव के उपयोग में वृद्धि हुई है।
- बच्चों में डायरिया का संक्रमण कम हुआ है।
उत्तर प्रदेश में महिलाओं पर निष्कर्ष
- NFHS-5 के अनुसार, शहरी क्षेत्रों में 1% महिलाओं और ग्रामीण क्षेत्रों में 1.7% महिलाओं की स्क्रीनिंग की गई। इस प्रकार, ग्रामीण महिलाओं ने सर्वाइकल कैंसर के प्रति जागरूकता और जांच के मामले में बेहतर प्रदर्शन किया।
- सर्वेक्षण किए गए ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में महिलाओं (30-49 वर्ष की आयु) की कैंसर के लिए स्तन जांच केवल 4% थी।
घरेलू हिंसा
- महिलाओं के साथ कम घरेलू हिंसा की सूचना मिली।
- कुल मिलाकर, 18-49 वर्ष की आयु की 8% विवाहित महिलाओं ने वैवाहिक हिंसा का अनुभव किया था।
- शहरी क्षेत्रों में यह अनुपात 7% था जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में यह 35.5% था।
लिंग अनुपात
NFHS-5 ने पाया कि राज्य में लिंगानुपात में सुधार हुआ है। NFHS-5 में कुल जनसंख्या का लिंगानुपात 1017 हो गया है जबकि NFHS-4 में यह 995 है।
निष्कर्ष
- भारत NFHS-5 में कुल प्रजनन दर (total fertility rate – TFR) 2.0 तक पहुंच गया है, जबकि NFHS-4 में यह 2 था।
- NFHS-5 में गर्भ निरोधकों का प्रयोग 5% से बढ़कर 66.7% हो गया है।
- संस्थागत जन्म 9% से बढ़कर 88.6% हो गया है।
SOURCE-GK TODAY
PAPER-G.S.2
महिलाओं के खिलाफ हिंसा के उन्मूलन के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस
हर साल, महिलाओं के खिलाफ हिंसा के उन्मूलन के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस (International Day for the Elimination of Violence against Women) 25 नवंबर को संयुक्त राष्ट्र द्वारा चिह्नित किया जाता है। यह दिन जागरूकता पैदा करने के लिए मनाया जाता है कि दुनिया भर में महिलाओं को घरेलू हिंसा, बलात्कार और अन्य प्रकार की हिंसा का शिकार होना पड़ता है।
25 नवंबर को ही क्यों चुना गया?
25 नवंबर, 1960 को डोमिनिकन तानाशाह राफेल ट्रुजिलो के आदेश पर तीन मीराबल बहनों की हत्या कर दी गई थी। 1981 में, कैरेबियन फेमिनिस्ट एनकुएंट्रोस और लैटिन अमेरिका के कार्यकर्ताओं ने महिलाओं के खिलाफ हिंसा के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए 25 नवंबर को दिन के रूप में चिह्नित किया।
महिलाओं के विरुद्ध क्रूरता
संयुक्त राष्ट्र महिलाओं के खिलाफ हिंसा को लिंग आधारित हिंसा के रूप में परिभाषित करता है जिसके परिणामस्वरूप शारीरिक, मानसिक या यौन हिंसा होती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, तीन में से एक महिला (यानी 35% महिलाएं) शारीरिक हिंसा का सामना कर रही हैं।
भारत में महिलाओं के खिलाफ हिंसा
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के अनुसार, भारत में महिलाओं के खिलाफ हिंसा बलात्कार, दहेज हत्या, घरेलू हिंसा आदि के रूप में प्रचलित है।
SOURCE-GK TODAY
PAPER-G.S.1
प्रत्यायन योजना
कोयला और खान मंत्री प्रल्हाद जोशी ने 23 नवंबर, 2021 को खनिजों की खोज के लिए “प्रत्यायन योजना का ई-पोर्टल” (e-Portal of Accreditation Scheme) का उद्घाटन किया।
मुख्य बिंदु
- मंत्री ने 15 राज्यों के सरकारी प्रतिनिधियों को 52 खदान ब्लॉक भी सौंपे।
- यह योजना नई दिल्ली में खान और खनिजों पर 5वें राष्ट्रीय सम्मेलन में शुरू की गई थी।
- इस अवसर पर मंत्री ने कोयला और खान क्षेत्र को पिछले 3 वर्षों में 149 पुरस्कार प्रदान किए। इन क्षेत्रों को उनके 5-स्टार रेटिंग प्रदर्शन और सतत खनन के लिए सम्मानित किया गया है।
- उन्होंने दो उत्तर-पूर्वी राज्यों सहित 15 राज्यों को 52 खदानें भी सौंपीं। भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण द्वारा खनिज खनन के लिए 52 ब्लॉक स्वीकृत किए गए हैं।
प्रत्यायन योजना के ई-पोर्टल का महत्व
इस पोर्टल का लांच खनन ब्लॉकों की खोज के लिए आवेदन प्रक्रिया को सरल बनाने में मदद करता है। यह कोयले की नीलामी के दौरान पारदर्शिता सुनिश्चित करने में भी मदद करेगा। देश के लिए काम करने के लिए यह पोर्टल इस डिजिटल प्लेटफॉर्म पर सभी हितधारकों को एक साथ लाएगा।
भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (Geological Survey of India – GSI)
जीएसआई भारत की एक वैज्ञानिक एजेंसी है, जिसकी स्थापना 1851 में हुई थी। यह खान मंत्रालय के संगठन के तहत एक एजेंसी है। यह भारत के भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण और अध्ययन करता है। जीएसआई कोयला, स्टील, सीमेंट, धातु, बिजली उद्योग और अंतरराष्ट्रीय भू-वैज्ञानिक मंचों में आधिकारिक भागीदार के अलावा आम जनता, उद्योग और सरकार के लिए बुनियादी पृथ्वी विज्ञान की जानकारी के प्रमुख प्रदाता के रूप में काम करता है।
SOURCE-THE HINDU
PAPER-G.S.1 PRE
‘भारत गौरव योजना’
भारतीय रेलवे ने 23 नवंबर, 2021 को “भारत गौरव योजना” (Bharat Gaurav Scheme) नामक एक नई योजना शुरू की है। इस योजना के तहत, निजी टूर ऑपरेटर रेलवे से लीज पर ट्रेनें ले सकते हैं और इन ट्रेनों को अपनी पसंद के किसी भी सर्किट पर चला सकते हैं।
मुख्य बिंदु
- निजी ऑपरेटरों को भी ट्रेनों के रूट, किराए और सेवाओं की गुणवत्ता तय करने की आजादी मिलेगी।
- इस उद्देश्य के लिए, रेलवे ने 3033 ICF कोच रखे हैं, जो लगभग 150 ट्रेनों के बराबर हैं।
- ट्रस्ट, सोसाइटी, कंसोर्टिया और यहां तक कि राज्य सरकारों सहित कोई भी व्यक्ति इन ट्रेनों को लीज पर लेने और उन्हें विशेष थीम-आधारित पर्यटन सर्किट पर चलाने के लिए आवेदन कर सकता है।
थीम आधारित पर्यटन
थीम आधारित पर्यटन सर्किट का अर्थ है, ट्रेनें जैसे:
- गुरु कृपा जो गुरु नानक से जुड़े सभी स्थानों पर जाती है
- रामायण-थीम वाली ट्रेन जो भगवान राम से जुड़े सभी स्थानों तक जाती है।
इसके लिए कौन आवेदन कर सकता है?
कोई भी इच्छुक पार्टी 1 लाख रुपये के एकमुश्त शुल्क के साथ पंजीकरण करके ट्रेन को पट्टे पर लेने के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकती है। यह व्यवस्था दो से 10 साल के लिए की जा सकती है। ऑपरेटरों को प्रति रेक 1 करोड़ रुपये की सुरक्षा राशि भी देनी होगी। प्रत्येक ट्रेन का आकार दो गार्ड वैन सहित 14-20 कोच का होगा। रेलवे सिर्फ ढुलाई शुल्क और उपयोग का अधिकार शुल्क देखेगा।
इस योजना के पैरामीटर क्या हैं?
भारत गौरव योजना के मानदंड हैं कि, ऑपरेटर को दर्शनीय स्थलों की यात्रा, स्थानीय परिवहन (टैक्सी आदि), भोजन, जहाज पर मनोरंजन, स्टॉपओवर स्थानों पर होटल आदि की पेशकश करनी होगी।
ऑपरेटरों के लिए विशेष इकाइयाँ
ऑपरेटरों को सुविधा प्रदान करने और उन्हें संभालने के लिए रेलवे सभी क्षेत्रों में विशेष इकाइयाँ स्थापित करेगा। रेलवे ने ऐसी ट्रेनों के अंदर और बाहर ब्रांडिंग और विज्ञापन की भी अनुमति दी है।
SOURCE-GK TODAY
PAPER-G.S.3
कच्छ प्रायद्वीप
सागर शक्ति अभ्यास (Sagar Shakti Exercise) 19 से 22 नवंबर, 2021 तक कच्छ प्रायद्वीप (Kutch Peninsula) के क्रीक सेक्टर में आयोजित किया गया था।
मुख्य बिंदु
- यह चार दिवसीय मेगा सैन्य अभ्यास था।
- अभ्यास के दौरान किसी भी बहुआयामी सुरक्षा खतरे का सामना करने के लिए भारत की क्षमता और तत्परता का विस्तृत परीक्षण किया गया।
अभ्यास के प्रतिभागी
- इस अभ्यास में भारतीय सेना, भारतीय वायु सेना, भारतीय नौसेना, भारतीय तटरक्षक बल, गुजरात पुलिस, सीमा सुरक्षा बल और समुद्री पुलिस की भागीदारी देखी गई।
- भारतीय सेना की दक्षिणी कमान ने वास्तविक समय में एजेंसियों की युद्धक तत्परता का परीक्षण करने के उद्देश्य से इस अभ्यास का आयोजन किया।
- इस अभ्यास में जमीन, जलीय और हवाई क्षेत्र में एक साथ किसी भी संभावित सुरक्षा चुनौतियों से एक साथ निपटने के लिए सैनिकों की तैनाती और जटिल युद्धाभ्यास भी शामिल है।
अभ्यास का महत्व
यह अभ्यास उस समय आयोजित किया गया था जब भारत ने हिंद महासागर क्षेत्र में विकसित सुरक्षा परिदृश्यों के आलोक में अपनी समुद्री युद्ध क्षमता को बढ़ाया है।
सर क्रीक (Sir Creek)
सर क्रीक को मूल रूप से बाण गंगा (Ban Ganga) कहा जाता था। यह भारत और पाकिस्तान के बीच की सीमा पर सिंधु नदी डेल्टा के निर्जन दलदली भूमि में 96 किलोमीटर का ज्वारीय मुहाना है। यह क्रीक भारत में गुजरात राज्य को पाकिस्तान के सिंध प्रांत से अलग करती है।
SOURCE-GK TODAY
PAPER-G.S.2