LAC पर स्थिरता बनाए रखने को भारत–चीन सहमत
- भारत और चीन के बीच मई, 2020 से ही वास्तविक नियंत्रण रेखा पर सैन्य विवाद चल रहा है लेकिन इस दौरान दोनों देशों ने बातचीत का सिलसिला कभी टूटने नहीं दिया है।
- इस क्रम में 09 दिसंबर, 2022 को अरुणाचल प्रदेश के तवांग जिले में सैन्य संघर्ष होने के ठीक 11 दिनों बाद (20 दिसंबर) भारत व चीन के कोर कमांडरों की अगुवाई में बातचीत हुई जिसमें एलएसी व मौजूदा तनावों को लेकर हर पहलू पर चर्चा हुई।
- दोनो पक्षों की तरफ से कहा गया है कि पश्चिमी सीमा पर स्थिरता बनाए रखने की सहमति बनी है।
- मई, 2022 के बाद यह कोर कमांडरों की अगुवाई में की गई 17वें दौर की बातचीत थी और दोनो तरफ से कहा गया है कि यह खुले माहौल में और रचनात्मक रही है। भारत और चीन की तरफ से जारी संयुक्त बयान में कहा गया है कि चुशूल–मोल्डो सीमा पर चीन की सीमा में यह बातचीत हुई है।
- कमांडरों ने अपने शीर्ष नेताओं के निर्देश को ध्यान में रखते हुए गहरी बातचीत की है ताकि पश्चिमी सीमा पर अमन व शांति स्थापित करने में मदद मिले और द्विपक्षीय संबंधों क सुधारने में भी प्रगति हो।
- अंतरिम तौर पर दोनो पक्षों के बीच यह सहमति बनी है कि पश्चिमी सेक्टर पर सुरक्षा व स्थिरता बनाये रखा जाएगा। इसके लिए कूटनीति व सैन्य स्तर पर आगे भी बातचीत जारी रखने की सहमति बनी है।