मुगलों से लोहा लेने वाले लचित बोरफुकन की 400वीं जयंती पर आज से होगा समारोह
- मुगल सेना को 17वीं सदी में परास्त करने वाले अहोम साम्राज्य के सेनापति लचित बोरफुकन की 400वीं जयंती का समारोह 23 नवंबर से दिल्ली के विज्ञान भवन में शुरू होगा। लचित बोरफुकन की जयंती 24 नवंबर को मनाई जाती है।
- यह समारोह तीन दिन तक चलेगा। समारोह के दूसरे दिन केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मुख्य अतिथि होंगे, जबकि 25 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इसका समापन करेंगे।
- जयंती के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी 25 नवंबर को बोरफुकन को श्रद्धांजलि देते हुए एक पुस्तक राष्ट्र को समर्पित करेंगे।
- लचित बोरफुकन ने मुगलों को पूर्वोत्तर में घुसने तक नहीं दिया और यहां तक की मुगलों के कब्जे से गुवाहाटी को छुड़ा कर उसपर फिर से अपना कब्जा भी कर लिया था।
- इसी गुवाहाटी को फिर से पाने के लिए मुगलों ने अहोम साम्राज्य के खिलाफ युद्ध छेड़ा था जिसे ‘सराईघाट की लड़ाई‘ कहा जाता है।
- इस युद्ध में औरंगजेब की मुगल सेना 1,000 से अधिक तोपों के अलावा बड़े स्तर पर नौकाओं के साथ लड़ने आई थी लेकिन लचित ने उनके इरादों पर पानी फेर दिया था।