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राष्ट्रीय शिक्षुता मेला

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21 अप्रैल, 2022 को 700 से अधिक स्थानों पर राष्ट्रीय शिक्षुता मेला (National Apprenticeship Mela) 2022 का आयोजन किया जाएगा। इस कार्यक्रम का आयोजन स्किल इंडिया (Skill India) द्वारा प्रशिक्षण महानिदेशालय (Directorate General of Training) के सहयोग से किया जा रहा है।

पहल का उद्देश्य

इस पहल का उद्देश्य एक लाख से अधिक प्रशिक्षुओं (apprentices) को काम पर रखने में सहायता करना और नियोक्ताओं को देश भर से सही प्रतिभा का दोहन करने में सहायता करना और उचित प्रशिक्षण के साथ इसे और विकसित करना और विभिन्न व्यावहारिक कौशल प्रदान करना है।

भाग लेने वाले संगठन

राष्ट्रीय शिक्षुता मेले में 30 से अधिक क्षेत्रों से 4000 से अधिक संगठन भाग लेंगे। इन क्षेत्रों में रीटेल, बिजली, IT/ITeS, दूरसंचार, मोटर वाहन, इलेक्ट्रॉनिक्स आदि शामिल हैं। इसके अलावा, उम्मीदवार 500 से अधिक ट्रेडों का चयन और संलग्न करने में सक्षम होंगे जिनमें इलेक्ट्रीशियन, वेल्डर, ब्यूटीशियन, हाउसकीपर, मैकेनिक आदि शामिल हैं।

प्रतिभागियों की पात्रता मानदंड

जिन छात्रों ने कम से कम 5वीं कक्षा पूरी कर ली है और 12वीं कक्षा भी पूरी कर ली है, वे इस शिक्षुता मेले में आवेदन करने के पात्र हैं। साथ ही, ITI के छात्र के साथ-साथ कौशल प्रशिक्षण प्रमाण पत्र, स्नातक और डिप्लोमा धारक छात्र इस कार्यक्रम में भाग ले सकेंगे।

प्रतिभागियों को प्रदान किए जाने वाले लाभ

प्रतिभागियों को मौके पर ही शिक्षुता प्रस्ताव प्राप्त करने का अवसर मिलेगा और वे प्रत्यक्ष उद्योग अनुभव प्राप्त करेंगे। चयनित उम्मीदवारों को नए कौशल विकसित करने के लिए सरकार द्वारा निर्धारित मानकों के अनुसार मासिक वजीफा भी मिलेगा। प्रतिभागियों को राष्ट्रीय व्यावसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण परिषद (NCVET) द्वारा मान्यता प्राप्त प्रमाण पत्र भी प्राप्त होंगे।

सरकार की पहल

  • स्किल इंडिया कार्यक्रम : इस कार्यक्रम का उद्देश्य वर्ष 2022 तक कम-से-कम 30 करोड़ लोगों को कौशल प्रदान करना है।
  • प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (PMKVY) : यह स्किल इंडिया का ही हिस्सा है जिसके अंतर्गत प्रशिक्षण संबंधी शुल्क सरकार वहन करेगी। इसका प्रमुख कार्य लोगों को कम अवधि का प्रशिक्षण, (150-300 घंटे का) प्रदान करना है। इस योजना के तहत प्रशिक्षण प्रदान करने वाले साझीदार कुछ प्रशिक्षुओं को रोज़गार प्राप्त करने में उनकी सहायता करते हैं।
  • वर्ष 2014 में कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय का निर्माण किया गया। इस मंत्रालय के निर्माण का प्रमुख उद्देश्य प्रशिक्षण प्रक्रिया में बेहतर तालमेल स्थापित करना, परिणामों का मूल्यांकन एवं प्रमाणन तथा सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण रूप से औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (ITIs) का निर्माण एवं विकास करना था। ध्यातव्य है कि ITI को कौशल विकास एवं प्रशिक्षण के लिये एक आवश्यक घटक माना गया है।

SOURCE-DANIK JAGRAN

PAPER-G.S.3

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