नवीन और अक्षय ऊर्जा ऊर्जा मंत्रालय की वर्ष 2022 के अंत की समीक्षा रिपोर्ट
- COP26 में प्रधानमंत्री की घोषणा के अनुरूप, नवीन और अक्षय ऊर्जा मंत्रालय 2030 तक गैर–जीवाश्म स्रोतों से 500 GW स्थापित बिजली क्षमता प्राप्त करने की दिशा में काम कर रहा है। 31.10.2022 तक देश में गैर–जीवाश्म ईंधन स्रोतों से अब तक कुल 172.72 GW क्षमता स्थापित की जा चुकी है जो देश में कुल स्थापित विद्युत उत्पादन क्षमता 408.71 GW में 42.26% हिस्सेदारी है।
भारत की नवीन और अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में उपलब्धियां:
- भारत अक्षय ऊर्जा स्थापित क्षमता में विश्व स्तर पर चौथे स्थान पर है, पवन ऊर्जा क्षमता में चौथे स्थान पर है और सौर ऊर्जा क्षमता में चौथे स्थान पर है (REN21 Renewables 2022 वैश्विक स्थिति रिपोर्ट के अनुसार)।
- जनवरी से अक्टूबर 2022 की अवधि के दौरान कुल 14.21 गीगावॉट नवीकरणीय ऊर्जा (आरई) क्षमता जोड़ी गई।
- 31-10-2022 तक, 14 राज्यों में 39.28 GW की संचयी क्षमता वाले 56 सोलर पार्क स्वीकृत किए गए हैं। 17 पार्कों में 10 GW से अधिक की कुल क्षमता वाली सौर ऊर्जा परियोजनाएं पहले ही चालू की जा चुकी हैं और शेष पार्क कार्यान्वयन के विभिन्न चरणों में हैं। जनवरी से अक्टूबर, 2022 की अवधि के दौरान विभिन्न सौर पार्कों में 832 मेगावाट क्षमता की सौर परियोजनाएं चालू की गई हैं।
- 3200 सर्किट किलोमीटर (सीकेएम) ट्रांसमिशन लाइनों और 17,000 एमवीए क्षमता वाले उप–स्टेशनों की लक्ष्य क्षमता के साथ अंतर–राज्य जीईसी मार्च 2020 में पूरा किया गया था।
- नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय ने 30.09.2022 को 19,500 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ ‘उच्च दक्षता वाले सौर पीवी मॉड्यूल पर राष्ट्रीय कार्यक्रम‘ पर उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना (ट्रांच II) के कार्यान्वयन के लिए योजना दिशानिर्देश जारी किए हैं।
- 09.10.2022 को, प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात में भारत का पहला बैटरी स्टोरेज और सौर ऊर्जा आधारित ‘सूर्यग्राम‘ – “मोधेरा” राष्ट्र को समर्पित किया।