‘परख’, शिक्षा के क्षेत्र में देश का होगा पहला राष्ट्रीय मूल्यांकन नियामक
- भारत का पहला राष्ट्रीय मूल्यांकन नियामक परख देशभर के पांच दर्जन से अधिक शिक्षा बोर्डों द्वारा किए जा रहे मूल्यांकन में एकरूपता लाएगा। टीओईएफएल और जीआरई जैसे प्रमुख टेस्ट आयोजित करने वाली ईटीएस को नियामक मंच स्थापित करने के लिए राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) द्वारा चुना गया है।
- समग्र विकास के लिए ज्ञान का प्रदर्शन मूल्यांकन, समीक्षा और विश्लेषण (परख– परफॉर्मेंस असेसमेंट, रिव्यू एंड एनालिसिस ऑफ नॉलेज फॉर होलिस्टिक डेवलपमेंट) देश में सभी मान्यता प्राप्त स्कूल बोर्डों के छात्रों के मूल्यांकन के लिए मानदंड, मानक और दिशानिर्देश स्थापित करने पर काम करेगा।
‘परख’ क्या है?
- स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता, मानक एवं मूल्य प्रणाली को बेहतर बनाना परख का मकसद है।
- परख शिक्षा मंत्रालय से संबद्ध एक स्वतंत्र संगठन होगा जो तीन प्रमुख क्षेत्रों – राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण, स्कूल आधारित आकलन और तीसरा क्षमता निर्माण जैसे बड़े पैमाने पर मूल्यांकन करेगा।
- इसमें योगात्मक परीक्षण और छात्रों के आकलन के लिए लगातार नए तरीके शामिल हैं।
- भौगोलिक अंतर और कई भाषाओं के कारण भारत में स्कूली शिक्षा में विविधता पर जोर देते हुए परख 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 62 बोर्डों में मूल्यांकन में एकरूपता लाएगा।