श्री सर्बानंद सोनोवाल ने सित्तवे बंदरगाह पर पहले भारतीय मालवाहक जहाज की अगवानी की:
- केन्द्रीय पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री श्री सर्बानंद सोनोवाल और म्यांमार संघ गणराज्य के उप-प्रधानमंत्री तथा परिवहन और संचार मंत्री एडमिरल टिन आंग सान ने संयुक्त रूप से 9 मई को म्यांमार के रखाइन राज्य में सित्तवे बंदरगाह का उद्घाटन किया।
- इस आयोजन के दौरान पहले भारतीय मालवाहक जहाज की अगवानी की गयी, जिसे श्यामा प्रसाद मुखर्जी पोर्ट, कोलकाता से झंडी दिखाकर रवाना किया गया था।
सित्तवे बंदरगाह परियोजना के बारे में:
- सित्तवे बंदरगाह के संचालन से द्विपक्षीय और क्षेत्रीय व्यापार में वृद्धि होगी और साथ–साथ यह म्यांमार के रखाइन राज्य की स्थानीय अर्थव्यवस्था में योगदान करेगा। बंदरगाह द्वारा दी गई वृहद कनेक्टिविटी से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और क्षेत्र में विकास की संभावनाएं बढ़ेंगी।
- इस परियोजना की परिकल्पना मिजोरम को हल्दिया/कोलकाता/म्यांमार में कलादान नदी के माध्यम से किसी भी भारतीय बंदरगाहों के साथ वैकल्पिक कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए की गई थी।
- इस परियोजना में राजमार्ग/मिजोरम से पलेटवा (म्यांमार) से सड़क परिवहन और उसके बाद पलेटवा से अंतर्देशीय जल परिवहन (आईडब्ल्यूटी) द्वारा सित्तवे और सित्तवे से समुद्री नौवहन से भारत के किसी भी बंदरगाह तक की परिकल्पना की गई है।
- सित्तवे बंदरगाह का विकास कलादान मल्टी–मॉडल ट्रांजिट ट्रांसपोर्ट प्रोजेक्ट (KMTTP) के हिस्से के रूप में किया गया है।
- इसका वित्त पोषण भारत सरकार की सहायता अनुदान के अंतर्गत किया गया है।
- इसे पूरी तरह से चालू हो जाने पर KMTTP के जलमार्ग और सड़क घटक भारत के पूर्वी तट को सित्तवे बंदरगाह के माध्यम से पूर्वोत्तर राज्यों से जुड़ेंगे।