अंतरराष्ट्रीय पोषक–अनाज (Millets) वर्ष 2023
- प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की पहल पर भारत के प्रस्ताव का 72 देशों द्वारा समर्थन करने के साथ संयुक्त राष्ट्र महासभा ने वर्ष 2023 को अंतरराष्ट्रीय पोषक–अनाज वर्ष घोषित किया है।
- आज भारत दुनिया में मिलेट का प्रमुख उत्पादक देश हैं, जिसमें कनार्टक का प्रमुख योगदान है।
- मिलेट का उत्पादन किसानों के लिए लाभकारी है। इसमें पानी की जरूरत काफी कम होती है, पथरीली भूमि पर भी उत्पादन किया जा सकता है।
- पूर्व में देश की तात्कालिक परिस्थितियों के मद्देनजर हरित क्रांति हुई एव अनेक निर्णयों के फलस्वरूप गेहूं-चावल की बढ़त हुई। आज देश में पर्याप्त मात्रा में खाद्यान्न की उपलब्धता है, अब हमें फिर मिलेट की तरफ बढ़ना है।
Note: यह सूचना प्री से जुड़ा हुआ है।