केंद्र सरकार ने मणिपुर सरकार के सहयोग से अनानास के लिए दुबई में इन–स्टोर एक्सपोर्ट प्रमोशन शो आयोजित किया
- पूर्वोत्तर क्षेत्र (एनईआर) में प्राकृतिक रूप से उगाए जाने वाले जैविक प्रमाणित ताजा अनानास की निर्यात क्षमता का दोहन करने की दिशा में एक अहम कदम उठाते हुए केंद्र सरकार ने कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) के माध्यम से उपभोक्ताओं के बीच मणिपुर के अनानास के लिए दुबई, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में एक ‘इन–स्टोर एक्सपोर्ट प्रमोशन शो’ आयोजित किया।
- मणिपुर सरकार के मणिपुर ऑर्गेनिक मिशन एजेंसी (मोमा) के सहयोग से दुबई, संयुक्त अरब अमीरात के सबसे बड़े सुपरमार्केट यानी लुलु हाइपर मार्केट में मणिपुर के जैविक प्रमाणित फाइबर से भरपूर केव किस्म के अनानास का ‘इन-स्टोर प्रमोशन शो’ आयोजित किया गया।
- यह आयोजन स्थानीय स्तर पर उत्पादित कृषि उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय बाजारों में बढ़ावा देने की सरकारी रणनीति का हिस्सा है।
- मणिपुरी अनानास, जिसे एपीडा के सहयोग से प्रदर्शित किया जाता है, पूर्वोत्तर क्षेत्र (एनईआर) का फाइबर से भरपूर मीठा फल है।
- पूर्वोत्तर अनानास एनईआर में उगाए जाने वाले सबसे महत्वपूर्ण उष्णकटिबंधीय फलों में से एक है और फाइबर से भरपूर इस फल की खेती लगभग सभी क्षेत्रों में की जाती है।
- वर्ष 2020-21 में82 मीट्रिक टन (एमटी) के उत्पादन के साथ भारत में अनानास उत्पादन में मणिपुर छठे स्थान पर है, जिसकी भारत में कुल उत्पादन में 7.46 फीसदी हिस्सेदारी है।
- भारतीय अनानास के शीर्ष दस आयातक देश यूएई, नेपाल, कतर, मालदीव, अमेरिका, भूटान, बेल्जियम, ईरान, बहरीन और ओमान हैं।
- वर्ष 2021-22 में45 मिलियन अमेरिकी डॉलर मूल्य के 7665.42 मीट्रिक टन अनानास का निर्यात किया गया था।
- एपीडा के सहयोग से पिछले कुछ वर्षों में असम, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम और मेघालय जैसे पूर्वोत्तर राज्यों से कृषि उपज के निर्यात में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है।
Note: यह सूचना प्री में एवं मेंस के GS -3, के “कृषि उपज का विपणन से जुड़े मुद्दे ” वाले पाठ्यक्रम से जुड़ा हुआ है।