मेघालय के मुख्यमंत्री श्री कोनराड संगमा ने हाल ही में शिलांग प्रौद्योगिकी पार्क का उद्घाटन किया। इसका मुख्य उद्देश्य उन मेघालयवासियों को वापस लाना है जिन्होंने नौकरी के अवसरों की तलाश में राज्य छोड़ दिया है। साथ ही यह पार्क राज्य में युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा करेगा।
पार्क की मुख्य विशेषताएं
यह पार्क ऊष्मायन केंद्रों (incubation centres) का समर्थन करेगा। ये केंद्र, सरकार और उद्योगों के सहयोग से काम करेंगे। राज्य सरकार ने देश के विभिन्न हिस्सों में कंपनियों और अन्य देशों की कंपनियों को भी पार्क में अपनी सुविधाएं खोलने के लिए निमंत्रण भेजा है।
पार्क की फंडिंग
इस निर्माण के पहले चरण को मेघालय राज्य सरकार द्वारा वित्त पोषित किया जायेगा। यह पार्क बाद के चरणों के लिए सार्वजनिक निजी भागीदारी पद्धति को अपनाएगा।
पार्क से राज्य को क्या फायदा होगा?
मेघालय की 70% आबादी 35 साल से कम की है। आईटी सेक्टर में अपार संभावनाएं हैं। राज्य में जनसांख्यिकीय लाभांश (demographic dividend) भी मौजूद है। इससे आईटी क्षेत्र में युवाओं के कौशल का उपयोग करने में मदद मिलेगी।
पार्क का उद्देश्य
इस पार्क का मुख्य उद्देश्य राज्य के युवाओं के लिए काम के कई विकल्प उपलब्ध कराना है। उन्हें बेहतर अवसरों की तलाश में राज्य से बाहर जाने के बारे में नहीं सोचने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। मेघालय राज्य अब पांच सितारा होटल और अन्य शहरी लक्जरी बुनियादी ढांचे का निर्माण कर रहा है। राज्य को हाल ही में पहली मालगाड़ी मिली है। यह आईटी क्षेत्र के विकास के लिए उचित पारिस्थितिकी तंत्र बनाएगा।
पार्क की जरूरत
वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के अनुसार, दुनिया के 50% कर्मचारियों को 2025 तक रीस्किलिंग की आवश्यकता होगी। यह मुख्य रूप से प्रौद्योगिकियों में प्रगति के कारण है। इसके अलावा, ऑटोमेशन ट्रांसफॉर्मिंग जॉब्स और महामारी आर्थिक व्यवधानों को बढ़ा रहे हैं। यह पार्क इस अंतर को पाट देगा।
SOURCE-THE HINDU
PAPER-G.S.1PRE