ब्रह्मोस के गलती से चलने के घटना में वायु सेना के अफसर बर्खास्त
- पाकिस्तान में गलती से दागी गई मिसाइल के लिए वायु सेना के 3 अधिकारियों को बर्खास्त किया गया है।
- वायुसेना ने अपने बयान में कहा, एक ब्रह्मोस मिसाइल गलती से 09 मार्च 2022 को दागी गई थी।
- पाकिस्तान ने बताया था कि मिसाइल ने 40,000 फीट की ऊंचाई पर और साउंड की स्पीड से तीन गुना तेज गति से उसके हवाई क्षेत्र के अंदर 100 किमी तक उड़ान भरी। मिसाइल पर कोई वारहेड नहीं था, इसलिए विस्फोट नहीं हुआ।
- मिसाइल पाकिस्तान के मियां चन्नू शहर में गिरी।
ब्रह्मोस:
- ब्रह्मोस एक सुपरसॉनिक क्रूज़ प्रक्षेपास्त्र है। इसकी विशेषता यह है कि इसे जमीन से, हवा से, पनडुब्बी से, युद्धपोत से यानी कि लगभग कहीं से भी दागा जा सकता है।
- ब्रह्मोस का विकास ब्रह्मोस कॉर्पोरेशन के द्वारा किया जा रहा है। यह कम्पनी भारत के डीआरडीओ और रूस के एनपीओ मशीनोस्त्रोयेनिशिया का सयुंक्त उपक्रम है।
- ब्रह्मोस नाम भारत की ब्रह्मपुत्र और रूस की मस्कवा नदी पर रखा गया है।
- प्रक्षेपास्त्र तकनीक में दुनिया का कोई भी प्रक्षेपास्त्र तेज गति से आक्रमण के मामले में ब्रह्मोस की बराबरी नहीं कर सकता। इसकी खूबियाँ इसे दुनिया की सबसे तेज़ मारक मिसाइल बनाती है। यहाँ तक की अमेरिका की टॉम हॉक मिसाइल भी इसके आगे फिसड्डी साबित होती है।