भारतीय अर्थव्यवस्था का आधार मजबूत: मूडीज
- दुनिया की प्रमुख रेटिंग एजेंसी मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस (Moody’s Investors Service) ने 6 सितम्बर 2022 को कहा कि उसे उम्मीद नहीं है कि रूस–यूक्रेन संघर्ष, उच्च मुद्रास्फीति और सख्त वित्तीय स्थिति 2022 और 2023 में महामारी से भारत की चल रही वसूली को पटरी से उतार देगी।
- इसी के साथ ही मूडीज ने स्थिर दृष्टिकोण के साथ भारत के लिए अपनी सॉवरेन रेटिंग को BAA3 पर बरकरार रखा है।
- हालांकि मूडीज ने भारत की विकास दर को जरूर घटा दिया है।
- मूडीज ने मार्च 2023 को समाप्त होने वाले वर्ष के लिए अपने वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि के अनुमान को घटा कर6 प्रतिशत कर दिया है।
भारतीय अर्थव्यवस्था का आधार मजबूत:
- मूडीज के अनुसार, स्थिर दृष्टिकोण दर्शाता है कि अर्थव्यवस्था और वित्तीय प्रणाली के बीच नकारात्मक प्रतिक्रिया से जोखिम कम हो रहे हैं।
- भारत का मजबूत विदेशी मुद्रा भंडार और अधिक लिक्विडिटी के साथ, बैंक और गैर–बैंक वित्तीय संस्थान (एनबीएफआई) पहले की तुलना में कम जोखिम प्रदर्शित कर रहे हैं, जिससे महामारी से चल रही रिकवरी की प्रक्रिया अभी भी जारी है।
- मूडीज ने कहा कि वह रेटिंग को आगे और भी अपग्रेड कर सकता है यदि भारत का आर्थिक विकास अपेक्षा से अधिक बढ़ जाता है।
- सरकार के कर्ज के बोझ में लगातार गिरावट और कर्ज का बोझ सहन करने की क्षमता में सुधार से भी क्रेडिट प्रोफाइल को समर्थन मिलेगा।
- मूडीज का कहना है कि “भारत का क्रेडिट प्रोफाइल तेजी से विकास करने की क्षमता, अपेक्षाकृत मजबूत बाहरी स्थिति और सरकारी ऋण के लिए एक स्थिर घरेलू फाइनेंस आधार सहित इसकी बड़ी और विविध अर्थव्यवस्था सहित प्रमुख ताकत को दर्शाता है”।
- इसमें कहा गया है कि बहुत बड़े घरेलू बाजार ने मजबूत मांग–संचालित विकास प्रदान किया है, जिससे अर्थव्यवस्था को बाहरी मांग में उतार–चढ़ाव से बचाने में मदद मिली है।
Note: यह सूचना प्री में एवं मेंस के GS -3, के “भारतीय अर्थव्यवस्था और योजना, संसाधन जुटाने, संवृद्धि, विकास और रोजगार से संबंधित मुद्दे” वाले पाठ्यक्रम से जुड़ा हुआ है।