भारत की पेटेंट प्रणाली की चुनौतियां
- भारत में पेटेंट और ट्रेडमार्क प्रणाली से जुड़ी चिंताओं को दूर करने में देरी की प्रमुख वजह श्रमबल की कमी और जटिल अनुपालन जरूरतें हैं।
- प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद (ईएसी-पीएम) की रिपोर्ट ‘भारत को तत्काल अपने पेटेंट परिवेश में निवेश करने की क्यों जरूरत है?’ में यह निष्कर्ष निकाला गया है।
- रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में हाल के बरसों में दाखिल किए गए पेटेंट और मंजूर किए गए पेटेंट की संख्या में उल्लेखनीय इजाफा हुआ है, लेकिन यदि अमेरिका और चीन जैसे देशों से तुलना की जाए, तो यह संख्या काफी कम है।
- इसमें कहा गया है पेटेंट और ट्रेडमार्क कार्यालय में श्रमबल बढ़ाने की जरूरत है।’’
- रिपोर्ट में कहा गया है कि मार्च, 2022 के अंत तक भारत में पेटेंट कार्यालय में सिर्फ 860 लोग कार्यरत थे। वहीं चीन में पेटेंट कार्यालय में कार्यरत लोगों की संख्या 13,704 और अमेरिका में 8,132 थी।
Note: यह सूचना प्री में एवं मेंस के GS -3, के “विज्ञान प्रौद्योगिकी” वाले पाठ्यक्रम से जुड़ा हुआ है।