भारत में सुरक्षा एवं रक्षा में ‘आत्मनिर्भर भारत‘, की स्थिति
- रक्षा मंत्री के अनुसार, भारत एक मजबूत, आत्मविश्वास और आत्मनिर्भर राष्ट्र में बदल गया है जो सभी प्रकार के खतरों और चुनौतियों से निपटने के लिए पूरी तरह से लैस है।
- पिछले आठ वर्षों में सरकार द्वारा उठाए गए कदमों ने सशस्त्र बलों में एक नया विश्वास जगाया है।
- भारत अब कमजोर नहीं रहा। जब हमारे सशस्त्र बलों ने 2016 में सर्जिकल स्ट्राइक और 2019 में बालाकोट हवाई हमले किए, तो हमने आतंकवाद पर अपना रुख स्पष्ट किया।
रक्षा में ‘आत्मनिर्भर भारत‘ को बढ़ावा देने के लिए उठाए गए कदम:
- जिसमें 310 वस्तुओं की तीन सकारात्मक स्वदेशीकरण सूची जारी करना
- केंद्रीय बजट 2022-23 में घरेलू उद्योग के लिए पूंजी खरीद बजट का 68 प्रतिशत निर्धारित करना शामिल है।
- घरेलू रक्षा उद्योग को मजबूत करने के लिए ‘मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड‘ विजन के तहत विदेशी कंपनियों को भारत में निर्माण के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।
- सरकार द्वारा किए गए प्रयास परिणाम देने लगे हैं क्योंकि भारत न केवल अपनी जरूरतों को पूरा कर रहा है, बल्कि अन्य देशों की जरूरतों को भी पूरा कर रहा है।
- आठ साल पहले रक्षा निर्यात, जो लगभग 900 करोड़ रुपये था, अब बढ़कर लगभग 13,000 करोड़ रुपये हो गया है।
- जिसे बढ़ाकर 2047 तक75 लाख करोड़ रुपये के रक्षा निर्यात का लक्ष्य रखा गया है और यह विश्वास जताया कि भारत इस लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है।
Note: यह सूचना प्री में एवं मेंस के GS -3, के “विज्ञान और प्रौद्योगिकी में प्रौद्योगिकी का स्वदेशीकरण” वाले पाठ्यक्रम से जुड़ा हुआ है।