‘मोंगला’ बंदरगाह को नया रूप प्रदान करने के लिए भारत और बांग्लादेश ने समझौते पर हस्ताक्षर किए
- भारत और बांग्लादेश ने ढाका में मोंगला बंदरगाह को नया रूप प्रदान करने के लिए एक कार्यक्रम में समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
- मोंगला पोर्ट के नवीनीकरण की परियोजना, भारत की चार अरब पचास करोड़ अमरीकी डालर की रियायती ऋण श्रृंखला के अंतर्गत शुरू की जा रही है।
- उल्लेखनीय है कि भारत की वैश्विक विकास सहायता का लगभग एक चौथाई हिस्सा बांग्लादेश में विभिन्न परियोजनाओं के दिया गया है।
- मोंगला बंदरगाह बांग्लादेश का दूसरा सबसे बड़ा और व्यस्त बंदरगाह है।
- ‘मोंगला बंदरगाह का उन्नयन‘ परियोजना नौवहन और बंदरगाह क्षेत्र की सबसे बड़ी परियोजना है जिसे भारत सरकार अपने रियायती ऋणों के तहत वित्तपोषित कर रही है।
- इस बंदरगाह के विकास से न केवल भारत के साथ बल्कि भूटान और नेपाल के साथ भी माल की आवाजाही के लिए बांग्लादेश के लिए समुद्री संपर्क मजबूत होगा।
- भारत खुलना–मोंगला पोर्ट रेल लाइन परियोजना और खुलना–दर्शनाना रेल लाइन परियोजना के लिए भी रियायती वित्त पोषण प्रदान कर रहा है।
- ढाका में भारतीय उच्चायोग द्वारा जारी एक आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि इन परियोजनाओं के पूरा होने के साथ, मोंगला पोर्ट रेल संपर्क के साथ बांग्लादेश में एकमात्र बंदरगाह बन जाएगा, जो इसे वास्तव में मल्टी–मोडल हब बना देगा और अपार आर्थिक संभावनाओं को अनलॉक करेगा।
- भारत सरकार ने अब तक बांग्लादेश सरकार को 7.862 बिलियन अमरीकी डालर मूल्य की चार रियायती ऋण श्रृंखलाएं प्रदान की हैं।