रेलवे ने मौजूदा वित्त वर्ष में दिसंबर 2022 का प्रदर्शन
- इस वित्तीय वर्ष 2022-23 के पहले नौ महीनों के दौरान मिशन मोड पर भारतीय रेलवे की माल ढुलाई पिछले वर्ष की इसी अवधि की माल ढुलाई और कमाई से अधिक हो गई है। रेलवे ने अप्रैल से दिसंबर 2022 की अवधि के दौरान संचयी आधार पर, पिछले साल की 1029.96 मीट्रिक टन की माल ढुलाई के मुकाबले 1109.38 मीट्रिक टन की माल ढुलाई की है। इसमें पिछले वर्ष की माल ढुलाई की तुलना में 8 प्रतिशत का सुधार हुआ है।
- रेलवे ने पिछले वर्ष की तुलना में 104040 करोड़ रुपये की तुलना में 120478 करोड़ रुपये की कमाई की है। इसमें पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 16 प्रतिशत का सुधार हुआ है।
- दिसंबर 2022 महीने के दौरान, दिसंबर 2021 में 126.8 मीट्रिक टन की माल ढुलाई के मुकाबले 130.66 मीट्रिक टन की प्रारंभिक माल ढुलाई की गई है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 3 प्रतिशत का सुधार प्रदर्शित करता है।
- भारतीय रेल ने “हंग्री फॉर कार्गो” के मंत्र का पालन करते हुए व्यवसाय करने में आसानी के साथ–साथ प्रतिस्पर्धी मूल्यों पर सेवा वितरण में सुधार के लिए निरंतर प्रयास किए हैं। इसके परिणामस्वरूप रेलवे में पारंपरिक और गैर-पारंपरिक वस्तुओं, दोनों प्रकार से नया ट्रैफिक आ रहा है।
यात्रियों के किराए से अर्जित रेलवे की राजस्व आय में 71 प्रतिशत की बढ़ोतरी:
- अप्रैल से दिसंबर 2022 के दौरान प्रारंभिक आधार पर भारतीय रेलवे को यात्री किराए से कुल अनुमानित 48913 करोड़ रुपये की आय हुई है जो कि 71 प्रतिशत की बढ़ोतरी है, क्योंकि पिछले वर्ष इसी अवधि में उसने 28569 करोड़ रुपये अर्जित किए थे।
- आरक्षित यात्री खंड में, 1 अप्रैल से 31 दिसंबर 2022 की अवधि के दौरान बुक किए गए यात्रियों की कुल अनुमानित संख्या पिछले वर्ष की समान अवधि के दौरान 56.05 करोड़ की तुलना में 59.61 करोड़ रही है, जो कि 6 प्रतिशत की बढ़ोतरी है।
- अनारक्षित यात्री खंड में, 1 अप्रैल से 31 दिसंबर 2022 की अवधि के दौरान बुक किए गए यात्रियों की कुल अनुमानित संख्या पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान 16968 लाख की तुलना में 40197 लाख है, जो 137 प्रतिशत की वृद्धि है।