विदेश मंत्री लैटिन अमेरिका के दौरे
- अमेरिका और यूरोप में मंदी की आहट नजर आ रही है। ऐसे में भारत लैटिन अमेरिकी देशों में व्यापार बढ़ाने की संभावना तलाशने में जुट गया है।
- विदेश मंत्री एस. जयशंकर लैटिन अमेरिका के तीन प्रमुख देशों ब्राजील, अर्जेंटीना व पैराग्वे के दौरे पर जा रहे हैं।
- 2022 की पहली दो तिमाहियों में अमेरिका की विकास दर में नकारात्मक बढ़ोतरी रही है, जिसे आर्थिक विशेषज्ञ मंदी की आहट बता रहे हैं।
- अमेरिका भारत का बड़ा कारोबारी पार्टनर है। भारत ने वित्त वर्ष 2021-22 में अमेरिका को 76 अरब डालर का निर्यात किया था तो अमेरिका से 43 अरब डालर का आयात किया था।
भारत और लैटिन अमेरिका का व्यापार
- वाणिज्य मंत्रालय के मुताबिक, बीते वित्त वर्ष में भारत ने लैटिन अमेरिका को सिर्फ89 अरब डालर का निर्यात किया। हालांकि, वित्त वर्ष 2020-21 के मुकाबले यह निर्यात 48 प्रतिशत अधिक है।
- दूसरी तरफ भारत ने 2021-22 में लैटिन अमेरिका से62 अरब डालर का आयात किया। इस आयात में ब्राजील की हिस्सेदारी 5.71 अरब डालर तो अर्जेंटीना की हिस्सेदारी 4.2 अरब डालर थी।
- भारत के कुल निर्यात में लैटिन अमेरिकी देशों की कम हिस्सेदारी। विदेश व्यापार विशेषज्ञों के मुताबिक, लैटिन अमेरिका में भारत को अपना निर्यात बढ़ाने के लिए अभी पर्याप्त जगह है।
- लैटिन अमेरिका पर भारत की नजरें: भारत लैटिन अमेरिका को टेक्सटाइल, फार्मा, प्लास्टिक, मशीनरी, केमिकल्स का निर्यात करता है। जानकारों के मुताबिक भारत टेक्सटाइल, इंजीनियरिंग गुड्स, जेम्स व ज्वैलरी, लेदर गुड्स जैसे रोजगारपरक सेक्टर के निर्यात की बढ़ोतरी दर को जारी रखना चाहता है।
- ब्राजील को सबसे अधिक निर्यात: लैटिन अमेरिका में भारत ब्राजील को सबसे अधिक भारत निर्यात करता है। पिछले वित्त वर्ष में भारत ने ब्राजील को49 अरब डालर का निर्यात किया, जो 2020-21 के मुकाबले 53 प्रतिशत अधिक है।
Note: यह सूचना प्री में एवं मेंस के GS-2, के “द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक समूह और भारत ” वाले पाठ्यक्रम से जुड़ा हुआ है।