विश्व हाथी दिवस

विश्व हाथी दिवस

चर्चा में क्यों?

दुनिया भर में हाथियों की रक्षा व सम्मान करने तथा उनके सामने आने वाले महत्त्वपूर्ण खतरों के बारे में जागरूकता फैलाने के लिये प्रत्येक वर्ष 12 अगस्त को विश्व हाथी दिवस (World Elephant Day) मनाया जाता है।

  • इस दिवस को मनाने का प्रमुख उद्देश्य हाथियों का संरक्षण करना, जंगली हाथियों की संख्या, उनकी स्थिति एवं प्रबंधन के बारे में जानकारी मुहैया कराना है।
  • हाथियों का अवैध शिकार, आवास की हानि, मानव-हाथी संघर्ष तथा कैद में रखकर उनके साथ दुर्व्यवहार अफ्रीकी और एशियाई दोनों देशों में हाथियों के लिये सामान्य खतरों के तहत आते हैं।

हाथियों के संदर्भ में

  • एशियाई हाथी की तीन उप-प्रजातियाँ हैं : भारतीय, सुमात्रन तथा श्रीलंकन
  • IUCN के रेड लिस्ट में अफ्रीकी हाथियों को सुभेद्य (vulnerable) तथा एशियाई हाथियों को संकटापन्न (Endangered) के रूप में सूचीबद्ध किया गया है।
  • भारत में हाथी को वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 (Wildlife (Protection) Act, 1972) की अनुसूची-I में शामिल करते हुए भारतीय वन्यजीव कानून के तहत उच्चतम संभव संरक्षण प्रदान किया गया है।
  • भारत सरकार ने हाथियों के संरक्षण के लिये कई पहलें शुरू की हैं।

हाथी परियोजना :

इसे वर्ष 1992 में जंगली एशियाई हाथियों की मुक्त आबादी के लिये राज्यों द्वारा वन्यजीव प्रबंधन प्रयासों को वित्तीय और तकनीकी सहायता प्रदान करने के लिये शुरू किया गया था।

यह एक केंद्र प्रायोजित योजना (CSS) है।

उद्देश्य :

हाथियों के साथ-साथ उनके आवास और गलियारों की रक्षा करना।

मानव-वन्यजीव संघर्ष के मुद्दों की पहचान करना।

बंदीगृहों में कैद हाथियों का मुक्त करना।

कार्यान्वयन :

यह परियोजना मुख्य रूप से 16 राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों में कार्यान्वित की जा रही है: आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, असम, छत्तीसगढ़, झारखंड, कर्नाटक, केरल, महाराष्ट्र, मेघालय, नगालैंड, ओडिशा, तमिलनाडु, त्रिपुरा, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल।

हाथियों की गणना :

हाथी परियोजना के अंतर्गत प्रत्येक 5 वर्षों में एक बार हाथियों की गणना की जाती है। पिछली बार हाथियों की गणना वर्ष 2017 में हुई थी।

हाथी जनगणना 2017 के अनुसार, भारत में एशियाई हाथियों की कुल संख्या 27,312 है।

यह संख्या वर्ष 2012 में हुए जनगणना अनुमान (29,391 से 30,711 के बीच) से कम है।

कर्नाटक में हाथियों की संख्या सर्वाधिक है, इसके बाद असम और केरल का स्थान है।

  • एलीफेंट रिज़र्व :
    • भारत में लगभग 32 एलीफेंट रिज़र्व हैं। भारत का पहला एलीफेंट रिज़र्व झारखंड का सिंहभूम एलीफेंट रिज़र्व है।
  • संबंधित वैश्विक पहल :
    • हाथियों की अवैध हत्या का निगरानी कार्यक्रम (Monitoring the Illegal Killing of Elephants – MIKE), वर्ष 2003 में शुरू किया गया। यह एक अंतर्राष्ट्रीय सहयोग है जो पूरे अफ्रीका और एशिया से हाथियों की अवैध हत्या से संबंधित सूचना के अनुमानों की पहचान (ट्रैक) करता है, ताकि क्षेत्र में संरक्षण प्रयासों की प्रभावशीलता से निगरानी की जा सके।

SOURCE-PIB

PAPER-G.S.3

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