‘सक्षम आंगनवाड़ी और पोषण 2.0’ योजना
चर्चा में क्यों?
हाल ही में, महिला और बाल विकास मंत्रालय (MoWCD) ने ‘सक्षम आंगनवाड़ी और पोषण 2.0’ योजना को लागू करने के लिए दिशानिर्देश जारी किए। केंद्र सरकार ने 2021-22 से 2025-26 के दौरान कार्यान्वयन के लिए इस योजना को मंजूरी दी है।
योजना की महत्वपूर्ण विशेषताएं
- इस योजना का उद्देश्य पोषण सामग्री और वितरण में रणनीतिक बदलाव लाकर गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं, बच्चों, किशोरियों के बीच कुपोषण की चुनौतियों का समाधान करना है।
- इस कार्यक्रम के तहत स्वास्थ्य, कल्याण और प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने वाली प्रथाओं को विकसित करने और बढ़ावा देने के लिए एक अभिसरण पारिस्थितिकी तंत्र बनाया जाएगा।
- मौजूदा पोषण कार्यक्रम में कमियों को दूर करने के साथ-साथ कार्यान्वयन में सुधार और पोषण और बाल विकास परिणामों में सुधार में तेजी लाने के लिए, मौजूदा योजना के घटकों को फिर से संगठित किया गया है।
पोषण 2.0
पोषण 2.0 योजना के उद्देश्य निम्नलिखित हैं :
- भारत में मानव पूंजी विकास में योगदान।
- कुपोषण की चुनौतियों का समाधान।
- स्थायी स्वास्थ्य प्राप्त करने के लिए पोषण जागरूकता और अच्छी खाने की आदतों को बढ़ावा देना।
- पोषण संबंधी कमियों को दूर करना।
यह योजना मातृ पोषण, शिशु और छोटे बच्चे के आहार के मानदंडों पर केंद्रित है।
सक्षम आँगनवाड़ी और पोषण 2.0
- परिचय:
- वित्तीय वर्ष 2021-22 में भारत सरकार (GoI) नेएकीकृत बाल विकास सेवाओं (ICDS) और पोषण (प्रधान मंत्री की समग्र पोषण योजना) अभियान को सक्षम आँगनवाड़ी और पोषण0 में पुनर्गठित किया।
- पुनर्गठित योजना में निम्नलिखित उप-योजनाएँ शामिल हैं:
- ICDS
- पोषण अभियान
- किशोरियों के लिये योजना (SAG)
- राष्ट्रीय शिशु गृह योजना
- वित्तीयन:
- पोषण0 केंद्र सरकार और राज्य सरकार के बीच लागत बँटवारे के अनुपात के आधार पर राज्य सरकारों/केंद्रशासित प्रदेशों के प्रशासन के माध्यम से लागू किया जा रहाकेंद्र प्रायोजित कार्यक्रम है।
- दृष्टिकोण
- यह 6 वर्ष तक केबच्चों, किशोरियों (14-18 वर्ष) और गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं के बीच कुपोषण की चुनौतीपूर्ण स्थिति का समाधान करेगा।
- यह भारत के विकास के लिये महत्त्वपूर्ण है क्योंकि भारत की आबादी में महिलाओं और बच्चों की संख्या दो–तिहाई से अधिक है।
- सतत् विकास लक्ष्योंकी उपलब्धि इस कार्यक्रम के रुपरेखा में सबसे आगे है।
- यह SDGs विशेष रूप से जीरो हंगर पर SDG 2 और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर SDG 4 में योगदान देगा।
- मिशन बच्चों के स्वास्थ्य और वयस्क उत्पादकता के विकास हेतु पोषण और बचपन की देखभाल तथा मौलिक शिक्षा के महत्त्व पर ध्यान केंद्रित करेगा।
- उद्देश्य:
- आँगनबाडी सेवाओं के तहत पूरक पोषाहार कार्यक्रम के माध्यम से कुपोषण की चुनौती से निपटने के लिये व्यापक रणनीति तैयार करना।
- किशोरियों के लिये योजनाऔर पोषण अभियान को पोषण0 के तहत एकीकृत पोषण सहायता कार्यक्रम के रूप में जोड़ा गया है।
- पोषण0 के उद्देश्य इस प्रकार हैं:
- देश के मानव पूंजी विकास में योगदान देना।
- कुपोषण की चुनौतियों का समाधान करना।
- स्थायी स्वास्थ्य और कल्याण के लिये पोषण जागरूकता और खाने की अच्छी आदतों को बढ़ावा देना।
- प्रमुख रणनीतियों के माध्यम से पोषण संबंधी कमियों को दूर करना।
- स्वास्थ्य और पोषण के लिये आयुष प्रणालियों को पोषण0 के तहत एकीकृत किया जाएगा।
SOURCE-PIB
PAPER-G.S.2