G20 कार्यकाल में भारत नए डेटा मानक स्थापित करेगा
- डेटा आज दुनिया का सबसे मूल्यवान संसाधन है और सूक्ष्म और प्रभावी नीति निर्माण के लिए आवश्यक है।
- यह बताते हुए, भारत के जी-20 शेरपा और नीति आयोग के पूर्व सीईओ अमिताभ कांत ने कहा कि भारत अपनी जी20 अध्यक्षता में, विकास के लिए डेटा के बेहतर उपयोग के लिए डेटा सिस्टम के आधुनिकीकरण और पारदर्शिता के उन्नत सिद्धांतों का आह्वान करेगा। जैसे-जैसे भारत तकनीक में कदम बढ़ा रहा है, डेटा सभी के लिए सुलभ होना चाहिए और हमें डेटा एकत्र करने, एकीकृत करने और व्याख्या करने के लिए एक बहुक्षेत्रीय दृष्टिकोण अपनाना चाहिए।
- अमिताभ कांत ने कहा कि एक नया डाटा कलेक्शन टूल महाराष्ट्र के घने जंगलों में कुपोषण से पीड़ित बच्चों की जिंदगी बदल रहा है।
- श्री कांत ने कहा कि डेटा आधारशिला बनाता है जिस पर आज का ज्ञान पिरामिड जागरूकता, समझ और अंत में ज्ञान की ओर बढ़ता है, जो सूक्ष्म और प्रभावी नीति निर्माण के लिए आवश्यक है। उन्होंने कहा कि भारत की जी20 अध्यक्षता इस ज्ञान को लोकतांत्रिक रूप से सुलभ, सस्ती और दुनिया भर के राष्ट्र–राज्यों के लिए उपलब्ध कराने के लिए महत्वपूर्ण होगी।
- विश्व विकास रिपोर्ट 2021 में दावा किया गया है कि डेटा के लिए एक नए सामाजिक अनुबंध को बनाने की आवश्यकता है जो अंततः विश्वास को बढ़ावा देता है ताकि लोग डेटा के दुरुपयोग के नुकसान से सुरक्षित रहें। श्री कांत ने कहा कि हमें इस डेटा युग के लिए नए नियमों का निर्माण करना चाहिए, और आगे का रास्ता कुछ महत्वपूर्ण लेकिन पार करने योग्य चुनौतियों का संकेत देता है।