प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (पीएमयूवाई) प्रत्येक बीपीएल परिवार को निशुल्क एलपीजी कनेक्शन प्रदान करके सामाजिक समावेश की दिशा में एक बड़ा कदम है। इस योजना का शुभारंभ माननीय प्रधानमंत्री द्वारा 1 मई 2016 को बलिया, उत्तर प्रदेश में किया गया था। प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना की उपलब्धियों का उत्सव मनाने के लिए, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने 1 मई 2022 को उज्जवला दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया है।
तेल विपणन कंपनियां 1 मई 2022 को उज्ज्वला दिवस के अवसर पर 5000 से अधिक एलपीजी पंचायतों का आयोजन करेंगी, जहां अनुभव साझा करने के अलावा, एलपीजी के सुरक्षित और निरंतर उपयोग के उद्देश्य से, ग्राहक नामांकन को अधिकतम करने के सभी प्रयास किए जाएंगे। उज्ज्वला 2.0 के तहत एलपीजी पंचायतों के अलावा नए कनेक्शनों का वितरण; नई पीएमयूवाई श्रेणियों का विवरण और वर्तमान उज्ज्वला 2.0 योजना के लिए केवाईसी फॉर्म का संग्रह, मुफ्त हॉट प्लेट सेवा शिविरों का आयोजन, सुरक्षा क्लीनिकों का संगठन, उज्ज्वला लाभार्थियों की सुविधा जैसी गतिविधियों का भी आयोजन किया जाएगा।
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (PMUY)
- BPL (Below Poverty Line) यानी गरीबी रेखा से नीचे गुज़र-बसर करने वाले परिवारों की महिलाओं को निःशुल्क LPG कनेक्शन देने के लिये प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने 10 मार्च, 2016 को ‘प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना’ को स्वीकृति दी थी।
- इस योजना की शुरुआत 1 मई, 2016 को उत्तर प्रदेश के बलिया ज़िले से हुई थी।
- इस योजना में नया LPG कनेक्शन उपलब्ध कराने के लिये 1600 रुपए की नकद सहायता देना शामिल है और यह सहायता राशि केंद्र सरकार द्वारा उपलब्ध कराई जाती है।
- 10 अगस्त, 2021 को ‘प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना’ के द्वितीय चरण का शुभारंभ प्रदेश के महोबा जनपद से किया गया है। इसके तहत देश में कुल 1 करोड़ निशुल्क रसोई गैस कनेक्शन गरीब एवं ज़रूरतमंद परिवारों को प्रदान किये जाएंगे।
- ‘प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना’ के द्वितीय चरण हेतु प्रदेश के 10 जनपदों- सोनभद्र, बांदा, महोबा, चित्रकूट, रायबरेली, हरदोई, बदायूँ, अमेठी, फतेहपुर एवं फर्रुखाबाद का चयन किया गया है। इन जनपदों की 20 लाख लाभार्थियों को निशुल्क रसोई गैस कनेक्शन प्रदान किये जाएंगे।
- गौरतलब है कि ‘प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना’ के प्रथम चरण के तहत देश के 8 करोड़ से अधिक परिवारों को नि:शुल्क रसोई गैस कनेक्शन प्रदान किये जा चुके हैं। प्रदेश में योजना से 47 करोड़ परिवार लाभान्वित हुए हैं। यह संख्या पूरे देश में सर्वाधिक है।
- ‘प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना’ के द्वितीय चरण में उन प्रवासी श्रमिकों के लिये विशेष प्रावधान किये गए हैं, जो ‘प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना’ के प्रथम चरण में पते के प्रमाण के अभाव में योजना का लाभ प्राप्त करने से वंचित रह गए थे।
- गौरतलब है कि ‘प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना’ के अंतर्गत मार्च 2020 तक 8 करोड़ वंचित परिवारों को निशुल्क रसोई गैस कनेक्शन दिये जाने का लक्ष्य था, जिसे 7 महीने पूर्व सितंबर, 2019 में प्राप्त कर लिया गया।
SOURCE-PIB
PAPER-G.S.3