हाल ही में ऑपरेशन दुधी (Operation Dudhi) के जीवित सैनिकों को असम राइफल्स द्वारा सम्मानित किया गया। 1991 में, असम राइफल्स द्वारा जम्मू और कश्मीर में किए गए एक एकल आतंकवाद विरोधी अभियान में 72 आतंकवादियों को मार गिराया गया था।
ऑपरेशन दुधी क्या था?
- यह ऑपरेशन असम राइफल्स द्वारा किया गया था, यह 1990 से 1992 तक जम्मू और कश्मीर में किया गया था।
- 15 सैनिकों की एक टीम ने 72 पाकिस्तान प्रशिक्षित आतंकवादियों को मार गिराया।
- यह किसी भी सुरक्षा बल द्वारा अब तक चलाया गया सबसे सफल आतंकवाद रोधी अभियान है।
- बटालियन ने 72 आतंकवादियों को मार गिराया था और 13 अन्य को गिरफ्तार किया था।
- असम राइफल्स की टुकड़ी नियमित गश्त के लिए चौकीबल स्थित बटालियन मुख्यालय से रवाना हुई थी। सर्दी के कारण खाली हुई दुधी पोस्ट की जांच के लिए गश्त की गई।
- 5 और 6 मई की देर रात तक हुई भीषण गोलाबारी में सैनिक राम कुमार आर्य और कामेश्वर प्रसाद शहीद हो गए। इस मिशन के दौरान आर.के. यादव को चोटें आई थीं।
ऑपरेशन दुधी कब आयोजित किया गया था?
- यह ऑपरेशन 3 मई 1991 को शुरू किया गया था।
- यह मिशन एक कॉलम द्वारा चलाया गया था जिसमें नायब सूबेदार पदम बहादुर छेत्री की कमान के तहत 14 अन्य रैंकों के साथ एक जूनियर कमीशंड अधिकारी (JCO) शामिल थे।
सैनिक केवल हल्की मशीनगनों के साथ-साथ 7.62 मिमी सेल्फ-लोडिंग राइफलों से लैस थे। सैनिकों ने दुश्मन को घेर लिया और फिर उन पर भारी गोलाबारी की।
SOURCE-GK TODAY
PAPER-G.S.1PRE