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चक्रवात आसानी

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9 मई को भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने कहा कि अगले 48 घंटों में भीषण चक्रवाती तूफान ‘आसानी’ के कमजोर होने की संभावना है। आसानी सीजन का पहला चक्रवाती तूफान है।

आसनी का नाम किस देश ने दिया?

श्रीलंका।

आसनी का क्या अर्थ है?

सिंहली भाषा में आसानी का अर्थ ‘क्रोध’ है।

चक्रवात कहाँ स्थित है और किस दिशा में बढ़ रहा है?

  • 9 मई को दोपहर तक चक्रवाती तूफान ‘आसानी’ पुरी के दक्षिण-दक्षिण-पूर्व की ओर लगभग 680 किमी और विशाखापत्तनम से 580 किमी दूर स्थित था।
  • यह बंगाल की खाड़ी में तटीय आंध्र प्रदेश और ओडिशा की ओर 25 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ रहा है।

चक्रवात के आगे बढ़ने की उम्मीद है?

चक्रवात आसानी के उत्तर-उत्तर-पूर्व की ओर मुड़ने और ओडिशा तट से दूर बंगाल की उत्तर-पश्चिमी खाड़ी की ओर बढ़ने की उम्मीद है।

चक्रवात का क्या असर होगा?

तटीय ओडिशा के कई जिलों में 10 मई (मंगलवार) की शाम से हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है और गजपति, गंजम और पुरी में एक या दो स्थानों पर भारी वर्षा (7-11 सेमी) हो सकती है।

  • चक्रवात के बारे में : चक्रवात एक कम दबाव वाला क्षेत्र होता है जिसके आस-पास तेज़ी से इसके केंद्र की ओर वायु परिसंचरण होते हैं। उत्तरी गोलार्द्ध में हवा की दिशा वामावर्त तथा दक्षिणी गोलार्द्ध में दक्षिणावर्त होती है।
    • आमतौर चक्रवात पर विनाशकारी तूफान और खराब मौसम के साथ उत्पन्न होते हैं।
    • साइक्लोन शब्द ग्रीक शब्द साइक्लोस से लिया गया है जिसका अर्थ है साँप की कुंडलियाँ (Coils of a Snake)।
      • यह शब्द हेनरी पेडिंगटन (Henry Peddington) द्वारा दिया गया था क्योंकि बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में उठने वाले उष्णकटिबंधीय तूफान समुद्र के कुंडलित नागों की तरह दिखाई देते हैं।
  • चक्रवात का वर्गीकरण : चक्रवात दो प्रकार के होते हैं :
    • उष्णकटिबंधीय चक्रवात : उष्णकटिबंधीय चक्रवात मकर और कर्क रेखा के बीच के क्षेत्र में विकसित होते हैं।
      • वे उष्णकटिबंधीय या उपोष्णकटिबंधीय जल पर विकसित होने वाले बड़े पैमाने पर मौसम प्रणाली हैं, जहाँ वे सतही हवा परिसंचरण में व्यवस्थित हो जाते हैं।
      • विश्व मौसम विज्ञान संगठन ‘उष्णकटिबंधीय चक्रवात’ शब्द का उपयोग मौसम प्रणालियों को कवर करने के लिये करता है जिसमें पवनें ‘गैल फोर्स’ (न्यूनतम 63 किमी प्रति घंटे) से अधिक होती हैं।
    • अतिरिक्त उष्णकटिबंधीय चक्रवात : इन्हें शीतोष्ण चक्रवात या मध्य अक्षांश चक्रवात या वताग्री चक्रवात या लहर चक्रवात भी कहा जाता है।
      • अतिरिक्त उष्णकटिबंधीय चक्रवात समशीतोष्ण क्षेत्रों और उच्च अक्षांश क्षेत्रों में उत्पन्न होते हैं, हालाँकि वे ध्रुवीय क्षेत्रों में उत्पत्ति के कारण जाने जाते हैं।

SOURCE-GK TODAY

PAPER-G.S.1

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