25 अप्रैल, 2022 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रायसीना डायलॉग का उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयन (Ursula Von Der Leyen) थीं।
मुख्य बिंदु
- रायसीना संवाद 25 अप्रैल को शुरू हुआ, और यह 27 अप्रैल को समाप्त होगा।
- यह देश का प्रमुख भू-अर्थशास्त्र और बहुपक्षीय विदेश नीति सम्मेलन है।
इस साल के संवाद की थीम
रायसीना डायलॉग 2022 की थीम “Terranova- Impassioned, Impatient, Imperilled” है। जिन छह विषयगत स्तंभों पर इसे तैयार किया गया है, वे हैं :
- End of Multilateralism- a networked global order
- Rethinking Democracy- trade, technology, and ideology
- Communities Inc- first responders to health, development, and planet
- Water Caucuses- turbulent tides in the Indo-Pacific
- Samson vs Goliath- the persistent and relentless technology wars
- Achieving Green Transitions- common imperative, diverging realities
रायसीना डायलॉग 2022 की अनुसूची
इस वर्ष के संवाद में लगभग 100 सत्र होने वाले हैं, जिसमें 90 विभिन्न देशों के 210 से अधिक वक्ता होंगे। इस संवाद में छह विषयगत स्तंभों पर कई प्रारूपों में विभिन्न बातचीत और पैनल चर्चा होगी। अमेरिका और जर्मनी भी साइड इवेंट की मेजबानी करेंगे। इसके साथ ही सम्मेलन के साथ रायसीना यंग फेलो कार्यक्रम भी आयोजित किया जाएगा।
रायसीना डायलॉग 2022 के विशिष्ट अतिथि
इस साल के संवाद में स्वीडन के पूर्व पीएम कार्ल बिल्ड्ट, कनाडा के पूर्व पीएम स्टीफन हार्पर, मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद और ऑस्ट्रेलिया के पूर्व पीएम एंथनी एबॉट की भागीदारी शामिल है। UNGA के अध्यक्ष अब्दुल्ला शाहिद का एक प्री-रिकॉर्डेड संदेश भी दिखाया जाएगा। अर्जेंटीना, आर्मेनिया, पुर्तगाल, पोलैंड, नॉर्वे, स्लोवेनिया, नीदरलैंड, लिथुआनिया, नाइजीरिया, गुयाना, मेडागास्कर, लक्जमबर्ग और फिलीपींस के विदेश मंत्री भी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे।
रायसीना संवाद ऑब्ज़र्वर रिसर्च फाउंडेशन का भू-राजनीति और भू-अर्थशास्त्र पर आधारित प्रमुख सम्मेलन है, जो वैश्विक समुदाय के सामने सबसे चुनौतीपूर्ण मुद्दों को संबोधित करने के लिए प्रतिबद्ध है। सम्मेलन का आयोजन विदेश मंत्रालय द्वारा ऑब्ज़र्वर रिसर्च फाउंडेशन (ओआरएफ़) के सहयोग से किया जाता है।
SOURCE-DANIK JAGRAN
PAPER-G.S.2