Current Affairs – 3 January, 2022
रानी वेलु नाच्चियार
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने रानी वेलु नाच्चियार को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की है।
वेलु नचियार (३ जनवरी १७३०- २५ दिसम्बर १७९६) साल १७८०-१७९० के समय में शिवगंगा रियासत की रानी थी। वह भारत में अंग्रेज़ी औपनिवेशिक शक्ति के खिलाफ लड़ने वाली पहली वीरांगना थी। उन्हें तमिलनाडु में “वीरमंगई” नाम से भी जाना जाता हैं।
जीवनी
वेलु नचियार रामनाथपुरम राज्य की राजकुमारी व रामनाद साम्राज्य के राजा चेल्लामुतहू विजयाराघुनाथ सेतुपति और रानी सक्धिममुथल सेतुपति की एकमात्र संतान थी। वह चोलो के कश्यपगोत्रम की तरह सुर्यवाम्सम की वंशज थी। उनका पालन-पोषण बिलकुल राजकुमारों की तरह किया गया था। उन्होंने बचपन से ही घुड़सवारी, तीरंदाजी, तलवारबाजी और मार्शल आर्ट्स विधिवत शिक्षा ली थी। अस्त्र-शस्त्र के साथ ही उन्होंने विभिन्न भाषाएँ जैसे- फ्रेंच, अंग्रेज़ी और उर्दू का भी ज्ञान था। उनका विवाह शिवगंगा के राजा मुथुवादुग्नाथापेरिया उदायियाथेवर से हुआ था। उनकी एक पुत्री भी थी।
महिला सेना का निर्माण
साल १७८० में मैसूर के सुल्तान, हैदर अली की सहायता से बनाई गयी सेना के साथ उन्होंने अंग्रेजों से लोहा लिया। नचियार ने अंग्रेज़ी “ईस्ट इंडिया कंपनी” के शिकंजे से अपने राज्य को बहुत ही पराक्रम से निकला था। रानी वेलु नचियार वह पहली महिला क्रान्तिकारी रानी थी जिन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ स्वतंत्रता की लड़ाई लड़ी थी। उसके बाद उन्होंने अंग्रेज़ी शक्तियों से लड़ने के लिए व अपनी पुत्री की याद में एक सशक्त महिला सेना तैयार की थी जिसका निधन अंग्रेजों से लड़ाई के दौरान हो गया था। ऐसा माना जाता हैं क मानव बम का उपयोग सबसे पहले उन्होंने ही किया था। उन्होंने करीब १० सालो तक अपने राज्य पर शासन किया और साल १७९६ में बीमारी के कारण उनका निधन हो गया।
SOURCE-PIB
PAPER-G.S.1
वन नेशन वन ग्रिड
पावरग्रिड कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के एक भाग के रूप में “वन नेशन वन ग्रिड” की उपलब्धि की वर्षगांठ मनाई।
मुख्य बिंदु
इस अवसर पर 70 स्थानों पर निःशुल्क स्वास्थ्य जांच एवं चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया।
भारत में राष्ट्रीय ग्रिड का इतिहास
- भारत में, क्षेत्रीय आधार पर ग्रिड प्रबंधन 60 के दशक में शुरू हुआ। प्रारंभ में, क्षेत्रीय ग्रिड बनाने के लिए ग्रिड को आपस में जोड़ा गया था। इसके बाद, भारत को ग्रिड के आधार पर 5 क्षेत्रों में विभाजित किया गया था :
- उत्तरी ग्रिड
- पूर्वी ग्रिड
- पश्चिमी ग्रिड
- उत्तर पूर्वी ग्रिड
- दक्षिणी क्षेत्र
- उत्तर पूर्वी और पूर्वी ग्रिड को अक्टूबर 1991 में जोड़ा गया था।
- मार्च 2003 में पश्चिमी और उत्तर पूर्वी ग्रिड को आपस में जोड़ा गया।
- 2006 में, उत्तर और पूर्व ग्रिड आपस में जुड़े हुए थे।
- इस प्रकार, 4 क्षेत्रीय ग्रिड उत्तरी, पूर्वी, पश्चिमी और उत्तर पूर्वी ग्रिड एक आवृत्ति पर संचालित एक केंद्रीय ग्रिड बनाने के लिए आपस में जुड़े हुए थे।
- 2013 में 765kV रायचूर-सोलापुर ट्रांसमिशन लाइन के चालू होने के साथ दक्षिणी क्षेत्र को मध्य ग्रिड से जोड़ा गया था।
- इससे ‘वन नेशन’-‘वन ग्रिड’-‘वन फ्रीक्वेंसी’ का उद्देश्य हासिल किया गया।
कुल संचरण क्षमता (Total Transmission Capacity)
वर्तमान में, भारत की कुल अंतर-क्षेत्रीय पारेषण क्षमता (inter-regional transmission capacity) लगभग 1,12,250 मेगावाट है। इसके 2022 तक बढ़कर लगभग 1,18,740 मेगावाट होने की संभावना है।
पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड
पावर ग्रिड एक भारतीय वैधानिक निगम है, जो बिजली मंत्रालय के अधीन काम करता है। इसका मुख्यालय गुरुग्राम में है। यह संगठन मुख्य रूप से भारत में थोक बिजली के संचरण में संलग्न है। पावर ग्रिड भारत में उत्पादित कुल बिजली का लगभग 50% संचारित करता है।
SOURCE-DANIK JAGRAN
PAPER-G.S.3
वाटर टैक्सी सर्विस
बहुप्रतीक्षित वाटर टैक्सी सर्विस जनवरी 2022 से मुंबई में शुरू होने की संभावना है।
मुंबई जल परिवहन परियोजना के नए मार्ग
सरकार ने कई ऑपरेटरों को निम्नलिखित मार्ग आवंटित किए हैं:
- एलिफेंटा से अंतर्राष्ट्रीय क्रूज टर्मिनल
- डोमेस्टिक क्रूज़ टर्मिनल (DCT) से करंजदे, रीवास, धरमतार
- DCT से बेलापुर, वाशी, नेरुल, ऐरोली, खंडेरी द्वीप और JNPT
- DCT से JNPT और नवी मुंबई, सबसे महत्वपूर्ण मार्ग होगा
सेवाओं का उद्घाटन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जनवरी 2022 के पहले सप्ताह में वाटर टैक्सी सेवा का उद्घाटन किए जाने की उम्मीद है।
इस परियोजना की शुरुआत किसने की?
वाटर टैक्सी सर्विस प्रोजेक्ट मुंबई पोर्ट ट्रस्ट (MbPT), महाराष्ट्र मैरीटाइम बोर्ड और सिटी एंड इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (CIDCO) की एक संयुक्त पहल है।
सेवा के लिए किराया
DCT से नवी मुंबई का किराया करीब 1200 से 1500 रुपये प्रति यात्री होगा, जबकि DCT से JNPT का किराया करीब 750 रुपये होगा।
नवी मुंबई पहुँचने के लिए यात्रा का समय
DCT से नवी मुंबई के लिए वाटर टैक्सी 30 मिनट का समय लेगी जबकि DCT से JNPT तक नौका के लिए 15-20 मिनट का समय लगेगा। ये सेवाएं साल में 300 से 330 दिनों तक चल सकती हैं।
SOURCE-GK TODAY
PAPER-G.S.1PRE
जलवायु जागरूकता अभियान और राष्ट्रीय फोटोग्राफी प्रतियोगिता
आवास एवं शहरी मामले मंत्रालय की ओर से जलवायु परिवर्तन जागरूकता अभियान और राष्ट्रीय फोटोग्राफी प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। गुजरात के सूरत में 4 और 5 फरवरी 2022 को आयोजित मुख्य आयोजन ‘आज़ादी का अमृत महोत्सव – स्मार्ट शहर : स्मार्ट शहरीकरण’ से जुड़े क्रियाकलापों के हिस्से के रूप में यह प्रतियोगिता 26 जनवरी 2022 तक सभी प्रतिभागियों के लिए खुली रहेगी। अभियान और प्रतियोगिता दोनों का उद्देश्य जलवायु परिवर्तन से उत्पन्न चुनौतियों को संवेदनशील बनाना, प्रतिभागियों को समाधानों के विचारों से अवगत कराना और शहरों में जलवायु से जुड़े क्रियाकलापों को बढ़ावा देना है।
जलवायु जागरूकता अभियान :
इस अभियान में नगर आयुक्त और मुख्य शहरी स्थानीय निकायों के प्रमुख तथा स्मार्ट सिटी सीईओ शामिल होंगे, जो शहरी जलवायु परिवर्तन और स्थिरता से जुड़ी चुनौतियों तथा समाधानों के लिए युवाओं की सोच को प्रेरित करने के लिए अपने शहरों के भीतर स्कूलों और
कॉलेजों सहित शैक्षणिक संस्थानों में जागरूकता पैदा करेंगे। नगरों की ओर से इस आयोजन से पहले अपने क्षेत्रों में निम्नलिखित गतिविधियों में से एक या अधिक का आयोजन किया जाएगा :
- जलवायु परिवर्तन जागरूकता अभियान : शहर के अधिकारी जलवायु परिवर्तन और सतत क्रियाकलापों के बारे में शैक्षणिक संस्थानों में जागरूकता पैदा करेंगे।
- जलवायु परिवर्तन पर सोशल मीडिया अभियान : शहर के अधिकारी एक सोशल मीडिया जागरूकता अभियान चलाएंगे जहां शहर की अग्रणी हस्तियां जैसे मेयर/नगर आयुक्त/स्मार्ट सिटी सीईओ जलवायु संबंधी क्रियाकलापों के बारे में बात करेंगे, जिन्हें उनके शहर के भीतर लागू किया जा सकता है। जिन मुद्दों पर चर्चा की जाएगी उनमें अन्य बातों के साथ-साथ वृक्षारोपण अभियान, जल निकायों की सफाई, ई-कचरे की रीसाइक्लिंग, आवासीय तथा वाणिज्यिक भवनों के भीतर सौर ऊर्जा को अपनाए जाने पर जोर देना या कोई अन्य पहल जो जलवायु अनुकूलन या शमन से जुड़े क्रियाकलापों को बढ़ावा देती है।
- फोटोग्राफी प्रतियोगिता को बढ़ावा देना : जलवायु परिवर्तन के मूल विषय पर आधारित एक शहर स्तरीय फोटोग्राफी प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा।
राष्ट्रीय फोटोग्राफी प्रतियोगिता :
प्रतिभागियों को तस्वीरें प्रस्तुत करने के लिए आमंत्रित किया जाता है जो या तो भारतीय शहरों पर जलवायु परिवर्तन के प्रभावों पर ध्यान केंद्रित करती हैं और जलवायु परिवर्तन को अनुकूलित/कम करने के लिए व्यक्तियों, समुदायों या शहर के अधिकारियों द्वारा किए गए कार्यों पर ध्यान केंद्रित करती हैं। प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए, दो श्रेणियों में तस्वीरें प्रस्तुत की जानी चाहिए :
- शहरों में जलवायु प्रभाव
- शहरों में जलवायु से जुड़े क्रियाकलाप
आजादी का अमृत महोत्सव
आज़ादी का अमृत महोत्सव प्रगतिशील भारत के 75 साल और इसके लोगों, संस्कृति तथा उपलब्धियों के गौरवशाली इतिहास का उत्सव मनाने के लिए भारत सरकार की एक पहल है। यह महोत्सव देश के लोगों को समर्पित है, जिन्होंने न केवल भारत को अपनी विकास यात्रा में लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, बल्कि उनके भीतर आत्मनिर्भर भारत की भावना से प्रेरित – भारत 2.0 को क्रियाशील करने को लेकर प्रधानमंत्री श्री मोदी के सपने को पूरा करने की भी शक्ति है।
आजादी का अमृत महोत्सव भारत की सामाजिक-सांस्कृतिक, राजनीतिक और आर्थिक पहचान की दिशा में प्रगति को समाहित करता है। “आज़ादी का अमृत महोत्सव” की आधिकारिक शुरुआत 12 मार्च, 2021 को हुई, जो हमारी स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ के लिए 75 सप्ताह शेष होने का प्रतीक है।
SOURCE-PIB
PAPER-G.S.1