UAE से रुपये में व्यापार की तैयारी, UPI से कर सकेंगे भुगतान
- यूएई के साथ कंप्रिहेंसिव इकोनॉमिक पार्टनरशिप एग्रीमेंट (सीपा) होने के बाद दोनों देशों के बीच व्यापार में तेज बढ़ोतरी हो रही है। यही वजह है कि दोनों देश अब व्यापार में तीसरे देश की करेंसी की जगह रुपये और दिरहम के इस्तेमाल के लिए तैयार हो गए हैं।
- रूस के साथ रुपये में व्यापार को लेकर तो दोनों देशों के बैंकों में खाते भी खुल गए हैं।
- संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में तैनात भारत के राजदूत संजय सुधीर ने बताया कि दोनों देशों की सहमति से रुपये और दिरहम में व्यापार के लिए सितंबर में संयुक्त बैठक की गई थी। उसके बाद एक अवधारणा पेपर (कांसेप्ट पेपर) तैयार किया गया है और अब दोनों देशों के सेंट्रल बैंक इस दिशा में आपस में बात कर रहे हैं।
भारत और UAE के मध्य CEPA का फायदा:
- मंत्रालय के मुताबिक दोनों देशों के बीच सीपा होने के बाद चालू वित्त वर्ष 2022-23 में यूएई के साथ व्यापार में हर महीने बढ़ोतरी हो रही है।
- पिछले साल जून से अक्टूबर के दौरान भारत ने यूएई में27 अरब डालर का निर्यात किया था, जो इस साल बढ़कर 12.67 अरब डालर तक पहुंच गया। यह हालत तब है जब वैश्विक स्तर पर भारत का निर्यात कम हो रहा है।
- वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के मुताबिक दोनों देशों की करेंसी में आपसी व्यापार के शुरू होने पर लागत में कमी आएगी। सूत्रों के मुताबिक यूएई भारत के यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआइ) प्रणाली में भी काफी दिलचस्पी दिखा रहा है। सहमति बनने पर यूएई में भी यूपीआइ प्रणाली से भुगतान किया जा सकेगा।
- यूएई में तैनात भारत के राजदूत ने बताया कि यूएई के साथ कारोबार बढ़ाने के लिए हम अपने राज्यों को भी प्रोत्साहित कर रहे हैं। हरियाणा, उत्तर प्रदेश, गुजरात, केरल और आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों ने इसमें दिलचस्पी दिखाई है।