भारत और अजरबैजान के विदेश कार्यालय के बीच विचार–विमर्श का पांचवां दौर नई दिल्ली में आयोजित हुआ
- भारत और अजरबैजान के विदेश कार्यालय के बीच विचार–विमर्श का पांचवां दौर 28 नवंबर को नई दिल्ली में आयोजित हुआ। इस दौरान दोनों देशों ने राजनीतिक, व्यापारिक, आर्थिक तथा शिक्षा संबंधी द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की।
- क्षेत्रीय मुद्दों और संयुक्त राष्ट्र तथा अन्य निकायों में सहयोग से संबंधित विचारों का भी आदान–प्रदान हुआ। भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व सचिव संजय वर्मा ने किया।
- इस वर्ष भारत और अजरबैजान अपने राजनयिक संबंधों की 30वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। भारत पहला ऐसा देश था जिसने वर्ष 1991 में अजरबैजान की स्वतंत्रता को मान्यता दी थी।
- भारत और अजरबैजान के बीच व्यापार, वाणिज्य तथा ऊर्जा क्षेत्र में काफी सहयोग है। दोनों देशों का आपसी व्यापार कई गुना बढ़ चुका है और यह करीब एक अरब डॉलर के आसपास है।
- भारत के लिए अजरबैजान कच्चे तेल का महत्वपूर्ण आपूर्तिकर्ता है। ओ.एन.जी.सी. विदेश लिमिटेड ने अजरबैजान के साथ हाइड्रोकार्बन क्षेत्र में महत्वपूर्ण साझेदारी की है।