भारत के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र का योगदान
- खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में सकल मूल्यवर्धन (GVA) 2016-17 में 1.79 लाख करोड़ रुपये से 2020-21 में 7.27% की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (CAGR) पर 2.37 लाख करोड़ रुपये बढ़ गया है।
- पिछले तीन वर्षों और वर्ष 2020-21 के लिए GVA क्रमशः 1.93 लाख करोड़ रुपये, 2.36 लाख करोड़ रुपये, 2.26 लाख करोड़ रुपये और 2.37 लाख करोड़ रुपये के रूप था।
- खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र के लिए रोजगार के अवसर सृजित करने और सकल घरेलू उत्पाद में इसके योगदान को बढ़ाने के लिए कोई लक्ष्य निर्धारित नहीं किया गया है।
- हालांकि, खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र पंजीकृत विनिर्माण क्षेत्र में रोजगार का 12.2% योगदान देता है।
- मंत्रालय द्वारा कार्यान्वित की जा रही विभिन्न योजनाओं और नीतिगत पहलों के परिणामस्वरूप भारत के जीवीए में इस क्षेत्र का योगदान बढ़ा है।
- खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय प्रधान मंत्री किसान सम्पदा योजना (पीएमकेएसवाई) को लागू करता है, जिसका अन्य बातों के साथ-साथ आधुनिक कटाई के बाद के बुनियादी ढांचे का निर्माण, मूल्य संवर्धन को बढ़ावा देना, किसानों को बेहतर रिटर्न प्रदान करना, रोजगार के अवसर पैदा करना आदि है।