देश में पब्लिक ट्रांसपोर्ट का पुरुष और महिलाओं द्वारा इस्तेमाल के आंकड़ों: विश्व बैंक की रिपोर्ट
- वर्ल्ड बैंक की रिपोर्ट ‘एनेबलिंग जेंडर रेस्पॉन्सिव अर्बन मोबिलिटी एंड पब्लिक स्पेसेज इन इंडिया‘ में बताया गया है कि पुरुष और महिलाओं के हर दिन यात्रा करने का क्या पैटर्न है। रिपोर्ट को मुंबई में 6,048 महिलाओं से पूछे गए जवाबों के आधार पर 2019 विश्व बैंक के सर्वे की मदद से डिजाइन किया गया है।
वर्ल्ड बैंक की इस रिपोर्ट के मुख्य निष्कर्ष:
- रिपोर्ट में यह कहा गया है कि 45.4 फीसदी महिलाएं पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल कर हर दिन काम पर जाती हैं, जहां 27.4 प्रतिशत पुरुष ही पब्लिक ट्रांसपोर्ट से यात्रा करते हैं।
- वहीं रिपोर्ट में कहा गया है कि महिलाएं यात्रा करने के दौरान सस्ते विकल्प पर ज्यादा ध्यान देती हैं, इसलिए वह अक्सर बस से ट्रैवल करती हैं।
- वहीं महिलाएं धीरे चलने वाले वाहनों में ट्रैवल करना पसंद करती हैं क्योंकि तेज चलने वाले वाहन अधिक किराया वसूल करते हैं।
- सार्वजनिक परिवहन सेवाओं को परंपरागत रूप से महिलाओं की सुरक्षा और उनकी विशिष्ट यात्रा आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए डिज़ाइन नहीं किया गया है। यह काम, शिक्षा और जीवन विकल्पों तक उनकी पहुंच को गंभीर रूप से सीमित कर देता है।
- उल्लेखनीय है कि भारत में 2019-20 में 22.8 प्रतिशत के साथ विश्व स्तर पर सबसे कम महिला श्रम बल भागीदारी दर थी।
- रिपोर्ट में कहा गया है कि कम किराया नीतियां बनाने से महिलाओं और अन्य लिंग के व्यक्तियों के लिए सवारियां बढ़ा सकती हैं।
- एक मजबूत शिकायत निवारण प्रणाली स्थापित करने से यौन उत्पीड़न की शिकायतों को तेजी से ट्रैक करने में मदद मिल सकती है।