पूर्वोत्तर क्षेत्र (NER) के जैविक कृषि उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए आइजोल में कार्यशाला–सह–क्रेता विक्रेता बैठक (BSM) का आयोजन किया गया
- मिजोरम और पूर्वोत्तर क्षेत्र (एनईआर) के जैविक कृषि उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देने की अपनी रणनीति के एक हिस्से के रूप में, केंद्र ने कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) के माध्यम से आइजोल के मिजोरम विश्वविद्यालय में कार्यशाला–सह–क्रेता–विक्रेता बैठक (बीएसएम) का आयोजन किया।
- क्रेता-विक्रेता बैठक के बाद, मिजोरम के ममित जिले के किसानों से मंगाई गई हटकोरा (साइट्रस की स्थानीय किस्म) की एक खेप लंदन को निर्यात की गई और हटकोरा की एक और खेप बांग्लादेश को निर्यात की जा रही है।
- कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य निर्यात विकास प्राधिकरण भारत सरकार के वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के अंतर्गत प्रमुख कृषि उत्पाद निर्यात संवर्धन संगठन है।
- क्रेता-विक्रेता बैठक का आयोजन मिजोरम से संभावित कृषि-बागवानी उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देने और पूर्वोत्तर राज्यों के किसानों, किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) और किसान उत्पादक कंपनियों को बाजार से जोड़ने के लिए किया गया था।
- मिजोरम से निर्यात के लिए संभावित फसलों में अनानास, हटकोरा (साइट्रस), ड्रैगन फ्रूट, संतरा, पैशन फ्रूट, स्क्वैश, एंथुरियम फूल, मिजो अदरक, मिजो मिर्च और अंगूर वाइन हैं।
- विशेष क्रेता-विक्रेता बैठक ने मिजोरम के उत्पादकों और प्रसंस्करण कर्ताओं को अपने उत्पादों को प्रदर्शित करने और निर्यात को बढ़ावा देने के साथ–साथ उनकी थोक और खुदरा बिक्री का अवसर प्रदान किया।
- उल्लेखनीय है कि कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य निर्यात विकास प्राधिकरण के हस्तक्षेप से, सिक्किम, असम, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, अरुणाचल प्रदेश और मेघालय जैसे पूर्वोत्तर राज्यों से कृषि उपज के निर्यात में जबरदस्त वृद्धि हुई है।
- पूर्वोत्तर क्षेत्र में पिछले छह वर्षों में कृषि उत्पादों के निर्यात में 85.34 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो वर्ष 2016-17 में 2.52 मिलियन अमरीकी डॉलर से बढ़कर वर्ष 2021-22 में 17.2 मिलियन अमरीकी डॉलर हो गया।