भारतीय मसाला बोर्ड (Spice Board of India) ने हाल ही में स्पाइस एक्सचेंज पोर्टल (Spice Xchange India) लॉन्च किया है। यह पोर्टल दुनिया भर में भारतीय मसाला निर्यातकों और खरीदारों के बीच एक मिलन स्थल के रूप में कार्य करेगा। यह प्लेटफार्म देश में अपनी तरह का पहला प्लेटफार्म है। इस प्लेटफार्म को केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा लॉन्च किया गया है। खरीदारों और विक्रेताओं को जोड़ने के लिए यह पोर्टल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग करता है। यह मसाला निर्यात बढ़ाने के सरकारी प्रयासों में मूल्यवर्धन करेगा। इससे देश में कारोबार करने में आसानी होगी।
भारत में मसालों का व्यापार
कुल बागवानी निर्यात में मसालों का योगदान 41% है। भारतीय कृषि वस्तुओं में मसाले चौथे स्थान पर हैं। पहले तीन रैंक समुद्री उत्पादों, गैर बासमती चावल और बासमती चावल के पास हैं।
भारत में मसाला उत्पादन
भारत दुनिया में मसालों का सबसे बड़ा उत्पादक, उपभोक्ता और निर्यातक है। भारत के सभी राज्य एक से दो मसाले उगाते हैं। यह मुख्य रूप से भारत की विविध जलवायु परिस्थितियों के कारण है। कुछ मसालों का राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय बाजार में उच्चतम मूल्य है। उदाहरण के लिए, कश्मीरी केसर। इसे हाल ही में GI टैग मिला है।
मसाला बोर्ड (Spices Board)
स्पाइस बोर्ड की स्थापना स्पाइसेस बोर्ड एक्ट, 1986 के तहत की गई थी। यह बोर्ड वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के तहत काम करता है।
भारत में उगाए जाने वाले मसाले
भारतीय मसालों का उपयोग विभिन्न प्रयोजनों के लिए किया जाता है जैसे कि दवाएं, रंग, मसाला और खाद्य संरक्षक। मसाले जड़, छाल, पत्ते, बीज और पौधों के अन्य भागों से भी प्राप्त किए जाते हैं। हल्दी, जीरा, अदरक जैसे भारतीय मसालों का निर्यात हाल ही में उनके औषधीय मूल्यों के लिए बढ़ रहा है, खासकर COVID के बाद। उनके मूल्य मुख्य रूप से यूरोपीय और अमेरिकी देशों में बढ़ रहे हैं। उदाहरण के लिए, भारतीय “रसम” रेसिपी ने COVID समय के दौरान अपने औषधीय महत्व के लिए लोकप्रियता हासिल की। भारतीय मसाले प्राचीन काल से विश्व बाजारों में अग्रणी रहे हैं।
यह पोर्टल क्यों लांच किया गया?
भारत को विश्व का स्पाइस बाउल (Spice Bowl of the World) कहा जाता है। विश्व मसाला बाजार में भारत का बड़ा हिस्सा है। भारत वर्तमान में 180 विभिन्न देशों को 225 से अधिक मसालों का निर्यात करता है। यह प्लेटफॉर्म देश के मसाला कारोबार को बढ़ाने में मदद करेगा। यह मसाला निर्यातकों के लिए नए अवसर पैदा करेगा।
भारतीय मसाला बोर्ड
भारतीय मसाला बोर्ड, भारत सरकार का एक मसालों से सम्बन्धित विनियामक एवं निर्यात संवर्धक एजेन्सी है। इसका मुख्यालय केरल के कोच्चि में स्थित है।
मसाला बोर्ड का गठन मसाला बोर्ड अधिनियम 1986 (1986 की सं. 10) के अधीन पूर्ववर्ती इलायची बोर्ड (1968) और मसाला निर्यात संवर्धन परिषद (1960) के विलयन से 26 फरवरी 1987 को हुआ। मसाला बोर्ड, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अधीन प्रवृत्त पाँच पण्य बोर्डों में से एक है। यह एक स्वायत्त निकाय है, जो अनुसूचित 52 मसालों के निर्यात संवर्धन और इलायची (छोटी और बड़ी) के विकास हेतु उत्तरदायी है।
SOURCE-GK TODAY
PAPER-G.S.1PRE