ब्लू ओरिजिन का ‘न्यू ग्लेन (New Glenn)’ रॉकेट:
चर्चा में क्यों है?
- अमेरिकी फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (FAA) ने जेफ बेजोस की रॉकेट कंपनी ब्लू ओरिजिन के ‘न्यू ग्लेन’ रॉकेट के लॉन्च के लिए कमर्शियल स्पेस लॉन्च लाइसेंस जारी किया है।
- FAA का यह निर्णय ‘न्यू ग्लेन’ रॉकेट के अपने अंतिम परीक्षण, जिसे हॉट फायर कहा जाता है, में पास होने के बाद आया है, जिसमें इंजन को प्रज्वलित किया जाता है और प्रदर्शन को मापा जाता है।
- उल्लेखनीय है कि ‘न्यू ग्लेन’ रॉकेट के सफल प्रक्षेपण से ब्लू ओरिजिन सीधे स्पेसएक्स के साथ प्रतिस्पर्धा में आ जाएगा, जिसके ‘फाल्कन 9’ रॉकेट ने लॉन्च उद्योग पर अपना दबदबा बना लिया है।
‘न्यू ग्लेन रॉकेट की क्या विशेषताएं है?
- न्यू ग्लेन रॉकेट एक भारी-भरकम प्रक्षेपण यान है जिसका नाम नासा के अंतरिक्ष यात्री जॉन ग्लेन के नाम पर रखा गया है, जो 1962 में पृथ्वी की परिक्रमा करने वाले पहले अमेरिकी थे।
- दो चरणों वाला यह रॉकेट लगभग 98 मीटर ऊंचा है। इसका पहला चरण पुन: प्रयोज्य है और सात BE-4 इंजनों द्वारा संचालित है, जिसके बारे में ब्लू ओरिजिन कंपनी का दावा है कि यह दुनिया का सबसे शक्तिशाली तरलीकृत प्राकृतिक गैस (LNG)-ईंधन वाला, ऑक्सीजन युक्त चरणबद्ध दहन इंजन है। पहला चरण न्यूनतम 25 उड़ानों के लिए डिज़ाइन किया गया है।
- इस रॉकेट का दूसरा चरण दो BE-3U इंजनों द्वारा संचालित है, जो तरल हाइड्रोजन और तरल ऑक्सीजन का उपयोग करते हैं।
ब्लू ओरिजिन के लिए न्यू ग्लेन रॉकेट क्यों महत्वपूर्ण है?
- उल्लेखनीय है की 2000 में जेफ़ बेजोज़ द्वारा स्थापित, ब्लू ओरिजिन ने पिछले कुछ वर्षों में केवल छोटी उपलब्धियाँ दर्ज की हैं, खासकर एलन मस्क के स्पेसएक्स की तुलना में, जिसे 2002 में स्थापित किया गया था। अब तक ब्लू ओरिजिन की सबसे उल्लेखनीय सफलता ‘न्यू शेपर्ड’ नामक एक छोटा रॉकेट रहा है, जिसने अंतरिक्ष पर्यटकों और प्रयोगों को छोटी-छोटी उड़ानों पर ले जाया है।
- ऐसे में कंपनी आंशिक रूप से पुन: प्रयोज्य न्यू ग्लेन रॉकेट की मदद से अपनी किस्मत बदलने की उम्मीद कर रही है। इसके जरिए अंतरिक्ष बाजार में स्पेसएक्स के फाल्कन 9 के प्रभुत्व को चुनौती देने की भी उम्मीद कर रही है। फाल्कन 9 को अब तक बनाए गए सबसे सफल और विश्वसनीय रॉकेटों में से एक माना जाता है।
फाल्कन 9 रॉकेट के बारे में:
- फाल्कन 9 एक पुन: प्रयोज्य, दो-चरण वाला रॉकेट है जिसे स्पेसएक्स द्वारा पृथ्वी की कक्षा में और उससे आगे लोगों और पेलोड के विश्वसनीय और सुरक्षित परिवहन के लिए डिजाइन और निर्मित किया गया है।
- फाल्कन 9 के प्रथम चरण में नौ मर्लिन इंजन जो तरल ऑक्सीजन और रॉकेट-ग्रेड केरोसिन प्रणोदक से संचालित होते हैं। इसका दूसरा चरण, एक एकल मर्लिन वैक्यूम इंजन द्वारा संचालित होता है, जो वांछित कक्षा में पेलोड पहुंचाता है।
- फाल्कन 9 दुनिया का पहला ऑर्बिटल क्लास पुन: प्रयोज्य रॉकेट है। यह पुन: प्रयोज्यता स्पेसएक्स को रॉकेट के सबसे महंगे हिस्सों को फिर से उड़ाने की अनुमति देती है, जो बदले में प्रक्षेपण लागत को कम करती है।
- यह रॉकेट भूस्थिर स्थानांतरण कक्षा (GTO) में 8,300 किलोग्राम और निचली पृथ्वी की कक्षा (LEO) में 22,800 किलोग्राम तक पेलोड को प्रक्षेपित कर सकता है।
- अब तक, फाल्कन 9 रॉकेट द्वारा पिछले कुछ वर्षों में 400 से अधिक मिशन सफलतापूर्वक पूरे किये हैं, जिसमें 99 प्रतिशत की उल्लेखनीय सफलता दर रही है।
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