यूक्रेन के मुद्दे पर आपातकालीन ‘यूरोपीय शिखर सम्मेलन’ का आयोजन:
चर्चा में क्यों है?
- फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने 17 फरवरी को यूक्रेन युद्ध पर आपातकालीन शिखर सम्मेलन के लिए ब्रिटेन के प्रधानमंत्री सहित यूरोपीय नेताओं की मेजबानी करने का निर्णय लिया है।
- उल्लेखनीय है कि यह आपातकालीन शिखर सम्मेलन अमेरिका द्वारा यह सुझाव दिए जाने के बाद आयोजित किया जा रहा है कि यूक्रेन संघर्ष को समाप्त करने के लिए किसी भी वार्ता में यूरोप की कोई भूमिका नहीं होगी।
- इस शिखर बैठक में फ़्रांस के राष्ट्रपति और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के अतिरिक्त जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़, पोलिश प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क, नाटो महासचिव मार्क रूटे, इतालवी प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी और यूरोपीय संघ से उर्सुला वॉन डेर लेयेन और एंटोनियो कोस्टा भी शामिल होंगे।
यह बैठक क्यों आयोजित की जा रही है?
- उल्लेखनीय है कि इस शिखर सम्मेलन में यूरोपीय नेताओं द्वारा यूक्रेन के प्रति अमेरिकी दृष्टिकोण में आए उथल-पुथल भरे बदलाव तथा यूरोपीय महाद्वीप की सुरक्षा के लिए उत्पन्न खतरों पर चर्चा किए जाने की उम्मीद है।
- अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने पिछले सप्ताह नाटो और यूक्रेन में यूरोपीय सहयोगियों को चौंका दिया जब उन्होंने घोषणा की कि उन्होंने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बिना उनसे परामर्श किए बातचीत की है और शांति प्रक्रिया शुरू करेंगे। राष्ट्रपति ट्रंप के यूक्रेन दूत कीथ केलॉग ने 15 फरवरी को यूरोप को और झटका दिया जब उन्होंने कहा कि यूक्रेन शांति वार्ता के लिए उसे टेबल पर जगह नहीं मिलेगी।
- हालांकि यूरोपीय नेताओं की ओर से इस पर तत्काल प्रतिक्रिया हुई। फ़िनलैंड के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर स्टब ने कहा कि “यूरोपीय लोगों के बिना यूक्रेन, यूक्रेन के भविष्य या यूरोपीय सुरक्षा संरचना के बारे में चर्चा या बातचीत करने का कोई तरीका नहीं है….लेकिन इसका मतलब है कि यूरोप को अपने काम को एक साथ करने की ज़रूरत है। यूरोप को कम बात करने और ज्यादा काम करने की ज़रूरत है”।
यूक्रेन, यूरोप ‘वास्तविक’ शांति वार्ता का हिस्सा होंगे:
- हालांकि अमेरिकी विदेश मंत्री मार्क रुबियो ने रूस और अमेरिका के बीच सऊदी अरब में आने वाले दिनों में होने वाली प्रारंभिक वार्ता से बाहर रखे जाने की यूरोपीय चिंताओं को कमतर आंका है।
- एक साक्षात्कार में, विदेश मंत्री रुबियो ने कहा कि वार्ता प्रक्रिया अभी तक गंभीरता से शुरू नहीं हुई है, और यदि वार्ता आगे बढ़ती है, तो यूक्रेनी और अन्य यूरोपीय नेताओं को इसमें शामिल किया जाएगा। लेकिन हम अभी तक वहां नहीं पहुंचे हैं।
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