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वित्त वर्ष 2024-25 के लिए सकल घरेलू उत्पाद (GDP) का अनंतिम अनुमान:

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वित्त वर्ष 2024-25 के लिए सकल घरेलू उत्पाद (GDP) का अनंतिम अनुमान:

परिचय:

  • सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय का राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO), द्वारा वित्त वर्ष 2024-25 के लिए वार्षिक सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के अनंतिम अनुमान (PE) और वित्त वर्ष 2024-25 की जनवरी-मार्च तिमाही (Q4) के लिए GDP के तिमाही अनुमानों के साथ-साथ स्थिर (2011-12) और वर्तमान कीमतों पर इसके व्यय घटकों को जारी किया गया है।

देश के आर्थिक विकास को कैसे मापा जाता है?

  • किसी देश के आर्थिक विकास को दो मीट्रिक का उपयोग करके मापा जाता है।
  • सकल घरेलू उत्पाद (GDP) की गणना अर्थव्यवस्था में किए गए सभी व्ययों को जोड़कर की जाती है, जिसमें भारतीयों द्वारा अपनी व्यक्तिगत क्षमता में किए गए व्यय, सरकारों द्वारा किए गए व्यय, निजी व्यवसायों द्वारा किए गए व्यय आदि शामिल हैं। यह अर्थव्यवस्था के मांग पक्ष की एक तस्वीर प्रदान करता है।
  • सकल मूल्य वर्धित (GVA) आपूर्ति पक्ष को देखता है। यह उत्पादन के प्रत्येक चरण में मूल्य वर्धित (या आय) की गणना और योग करके अर्थव्यवस्था के प्रत्येक क्षेत्र के योगदान को प्रभावी ढंग से मापता है।
  • GDP और GVA दोनों जुड़े हुए हैं: वे एक ही आर्थिक प्रदर्शन को मापते हैं लेकिन विभिन्न मार्गों के माध्यम से। उनके संबंध को निम्नलिखित समीकरण का उपयोग करके स्पष्ट किया जा सकता है:
  • GDP = (GVA) + (सरकार द्वारा अर्जित कर) — (सरकार द्वारा प्रदान की गई सब्सिडी)
  • MoSPI GDP और GVA डेटा को वर्तमान कीमतों और वास्तविक दरों (मुद्रास्फीति के प्रभाव को हटाने के बाद) दोनों में प्रदान करता है।

वित्त वर्ष 2024-25 के लिए GDP से जुड़े प्रमुख आंकड़े:

  • वित्त वर्ष 2024-25 में वास्तविक GDP में 6.5% की वृद्धि का अनंतिम अनुमान लगाया गया है। वहीं नाममात्र बाजार दर पर आधारित GDP में 9.8% की वृद्धि दर देखी गई है। वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही में, वास्तविक GDP और नाममात्र GDP में क्रमशः 7.4% और 10.8% की वृद्धि का अनुमान लगाया गया है।
  • वित्त वर्ष 2024-25 में ‘निर्माण (‘Construction)’ क्षेत्र में 9.4% की वृद्धि दर दर्ज करने का अनुमान है, इसके बाद ‘लोक सेवाएं, रक्षा और अन्य सेवाएँ’ क्षेत्र में 8.9% की वृद्धि दर और ‘वित्तीय, रियल एस्टेट और व्यावसायिक सेवाएँ’ क्षेत्र में 7.2% की वृद्धि दर दर्ज की जाएगी।
  • निजी अंतिम उपभोग व्यय (PFCE) ने पिछले वित्त वर्ष में 5.6% की वृद्धि दर की तुलना में वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान 7.2% की वृद्धि दर दर्ज की है। सकल स्थायी पूंजी निर्माण (GFCF) ने वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान 7.1% की वृद्धि दर और वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही में 9.4% की वृद्धि दर दर्ज की है।

वित्त वर्ष 2024-25 में वार्षिक अनुमान और वृद्धि दर:

  • वित्त वर्ष 2024-25 में वास्तविक GDP या स्थिर कीमतों पर  GDP 187.97 लाख करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंचने का अनुमान है, जबकि वित्त वर्ष 2023-24 के लिए  GDP का पहला संशोधित अनुमान (FRE) 176.51 लाख करोड़ रुपये है, जो 6.5% की वृद्धि दर दर्ज करता है। वित्त वर्ष 2024-25 में नाममात्र  GDP या मौजूदा कीमतों पर  GDP 330.68 लाख करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंचने का अनुमान है, जबकि वित्त वर्ष 2023-24 में यह 301.23 लाख करोड़ रुपये है, जो 9.8% की वृद्धि दर दर्शाता है।
  • वित्त वर्ष 2024-25 में वास्तविक GVA 171.87 लाख करोड़ रुपये होने का अनुमान है, जबकि वित्त वर्ष 2023-24 के लिए एफआरई 161.51 लाख करोड़ रुपये है, जो 6.4% की वृद्धि दर दर्ज करता है।

 

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