इजरायल का ईरान पर पलटवार:
चर्चा में क्यों है?
- इजरायल ने 19 अप्रैल सुबह ईरान पर हमला किया, जो पिछले सप्ताहांत इजराइल पर ईरानी हमले के बाद उसकी पहली सैन्य प्रतिक्रिया थी। यह हमला दो दुश्मनों के बीच प्रतिशोध के चक्र में नवीनतम था जिसने विश्व नेताओं को चिंतित कर दिया है, जिन्हें डर है कि जबाबी हमले की यह कार्यवाही व्यापक युद्ध में बदल सकता है।
इजरायल ने ईरान में कहां हमला किया है?
- ईरानी अधिकारियों ने कहा कि इजरायली हमले में मध्य ईरान के शहर इस्फ़हान के पास एक सैन्य हवाई अड्डे पर हमला हुआ। हमले का पैमाना और तरीका स्पष्ट नहीं था। ईरानी अधिकारियों ने कहा कि इस्फ़हान से लगभग 500 मील उत्तर में स्थित ताब्रीज़ क्षेत्र में भी एक अलग इजरायली हमले को विफल कर दिया गया है।
- इजरायल की सीमा से लगे एक प्रमुख ईरानी सहयोगी सीरिया में भी इज़राइली मिसाइलों ने दक्षिणी सीरिया में वायु-रक्षा प्रणालियों पर हमला किया था।
इजरायल ने हमला क्यों किया?
- उल्लेखनीय है कि 13 अप्रैल को इजरायल क्षेत्र पर एक बड़े ईरानी हमले, जिसमें 300 से अधिक मिसाइल और ड्रोन शामिल थे, के प्रतिशोध में इजरायल ने ईरान पर हमला किया है।
- हालांकि उस हमले में बहुत कम क्षति हुई क्योंकि ईरान के लगभग सभी हथियारों को इजराइल और उसके सहयोगियों, जिनमें संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्रिटेन और जॉर्डन शामिल थे, ने रोक लिया था।
- ईरानी द्वारा किया गया यह हमला 1 अप्रैल को सीरिया में एक ईरानी राजनयिक परिसर पर इजरायली हमले के जवाब में शुरू किया गया था, जिसमें सात ईरानी अधिकारी मारे गए थे।
क्या वर्तमान हमले का ईरान जवाब देगा?
- यह स्पष्ट नहीं है कि ईरान जवाबी कार्रवाई करेगा या नहीं, लेकिन हमले की गंभीरता को कम करने के लिए इजरायल और ईरान में प्रारंभिक प्रतिक्रिया ने सुझाव दिया कि इसकी प्रतिक्रिया मौन हो सकती है।
- जहां ईरानी राज्य टीवी ने शांतिपूर्ण दिख रहे इस्फ़हान के फुटेज प्रसारित किए और बताया कि वहां सैन्य और परमाणु सुविधाओं को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है।
- वहीं इजराइल में अधिकारियों ने कहा कि यह हमला तनाव को बढ़ने से रोकने के लिए किया गया था।
इस्फ़हान क्यों महत्वपूर्ण है?
- इस्फ़हान ईरान के सबसे प्रसिद्ध और ऐतिहासिक शहरों में से एक है, जो अपनी खूबसूरत फ़िरोज़ा और बैंगनी टाइल वाली मस्जिदों, सुरम्य मेहराबदार पुलों और ग्रैंड बाजार के लिए जाना जाता है।
- यहाँ चार छोटे परमाणु अनुसंधान सुविधा भी स्थित है और यह ईरानी हथियार उत्पादन का केंद्र है। ईरान की कई मध्यम दूरी की शहाब मिसाइल यहां तैयार की गई है।
- ईरान के इस्फ़हान प्रांत में नटानज़ यूरेनियम संवर्धन स्थल के साथ-साथ एक हवाई अड्डा भी है जो अमेरिकी निर्मित एफ-14 टॉमकैट्स के बेड़े का घर है।
ईरान और इजरायल के बीच युद्ध को लेकर विश्व नेता इतने चिंतित क्यों है?
- अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन और अन्य विश्व नेताओं ने इजराइल से पिछले सप्ताहांत के ईरानी मिसाइल हमले का जवाब नहीं देने का आग्रह किया था। उन्होंने कहा है कि उन्हें डर है कि इजरायली प्रतिक्रिया एक पूर्ण युद्ध में बदल सकती है।
- विश्व नेताओं ने इजराइल को सलाह दी कि उसने लगभग सभी ईरानी मिसाइलों और ड्रोनों को रोक कर रणनीतिक जीत हासिल की है। ऐसा विशेष रूप से इसलिए भी है, क्योंकि इसे अरब देशों सहित एक अंतरराष्ट्रीय गठबंधन द्वारा हासिल किया गया था, जो ऐतिहासिक रूप से अबतक इजरायल की रक्षा में आने के इच्छुक नहीं रहे हैं।
- साथ ही इजराइल पिछले छह महीनों से दो अन्य मोर्चों पर – गाजा में हमास और लेबनान में हिजबुल्लाह – ईरान के सहयोगियों से भी लड़ रहा है।
- गाजा में इजरायल के युद्ध संचालन ने, जहां 33,000 से अधिक लोग मारे गए हैं और भुखमरी भी शुरू हो गयी है, जिसने इजरायल को राजनयिक रूप से अलग-थलग कर दिया है।
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